जस्टिस वर्मा का निधन
नई दिल्ली | संवाददाता: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जे. एस. वर्मा का 80 साल की उम्र में निधन हो गया. जस्टिस वर्मा पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. सोमवार को उनके अधिकांश अंगों ने काम करना बंद कर दिया और अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली.
1933 में जन्मे जस्टिस जे एस वर्मा भारत के उन चुनिंदा न्यायाधीशों में थे, जिन्हें उनके बेवाकी के लिये जाना जाता था. पिछले साल 16 दिसंबर को दिल्ली में दामिनी बलात्कार कांड के बाद केंद्र सरकार ने महिलाओं से संबंधित कानून की समीक्षा को लेकर उनकी ही अध्यक्षता में कमेटी बनी थी, जिसने महीने भर से भी कम समय में इस पर 600 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी थी. जस्टिस वर्मा ने कहा था कि अगर कोई कमेटी 20 दिन में रिपोर्ट दे सकती है तो कोई सरकार इस पर 20 दिन में अमल क्यों नहीं कर सकती.
जस्टिस वर्मा 1997-98 में भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद पर कार्यरत थे. बाद में न्यूज चैनलों की संस्था एनबीए से भी जुड़े रहे जस्टिस वर्मा न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी के चेयरमैन पद पर थे.