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झाबुआ विस्फोट की न्यायिक जांच

भोपाल | समाचार डेस्क: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में हुए विस्फोट की न्यायिक जांच कराने का एलान किया गया है. इस विस्फोट में रात तक 104 लोगों की मौत हुई है. पेटलावाद विस्फोट स्थल का जायजा लेकर लौटे गृहमंत्री बाबूलाल गौर, मुख्य सचिव एंटोनी डिसा और पुलिस महानिदेशक सुरेंद्र सिंह के साथ शनिवार की रात को बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया से कहा है कि यह हृदय विदारक घटना है. इसकी न्यायिक जांच कराई जाएगी. इसके लिए वे उच्च न्यायालय से अनुरोध करेंगे कि किसी न्यायाधीश से इसके जांच कराई जाए.

मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में शनिवार सुबह एक चाय-नाश्ते की दुकान में गैस सिलेंडर फटने और पास स्थित विस्फोटक गोदाम में विस्फोट के कारण कम से कम 104 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए. मृतकों में आठ महिलाएं एवं तीन बच्चे शामिल हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और पीड़ितों को राहत राशि देने का एलान किया है. सरकार विस्फोट की वजह रसोई गैस सिलेंडर फटने को बता रही है, जबकि दूसरी ओर विस्फोटक पदार्थो में विस्फोट के तथ्य सामने आ रहे हैं.

घायलों को पेटलावाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है, उनमें से कई घायलों को उपचार के लिए गुजरात के दाहोद, इंदौर व रतलाम भेजा गया है. हादसे के बाद से पेटलावाद में अफरा तफरी मची है, वहीं मलबे में भी कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. राहत और बचाव का कार्य देर शाम तक जारी था.

झाबुआ पुलिस नियंत्रण कक्ष के प्रभारी निरीक्षक एम़ एल़ गौर ने शाम को कहा, “हादसे में 87 लोगों की मौत हुई है. मृतकों में आठ महिलाएं एवं तीन बच्चे शामिल हैं. सभी शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है और इनमें से 60 शवों की शिनाख्त हो चुकी है.”

इससे पहले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलवा ने कहा, “शनिवार की सुबह पेटलावाद थाना क्षेत्र के न्यू बस स्टैंड के करीब एक चाय की दुकान में गैस सिलेंडर फटा, और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए.”

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अलवा ने संवाददाताओं से कहा कि सुबह का समय था और आबादी वाला इलाका होने के कारण भीड़-भाड़ थी तभी विस्फोट हुआ. उन्होंने विस्फोटक में विस्फोट की आशंका से इंकार नहीं किया.

पेटलावाद का बस स्टैंड का इलाका चहल पहल वाला इलाका है. यहां एक चाय नाश्ते के सेठिया होटल पर शनिवार की सुबह साढ़े आठ बजे मजदूरों के साथ अन्य लोग चाय आदि ले रहे थे तभी एक धमाका हुआ और कुछ अंतराल से दूसरा धमाका होते ही यहां शवों का अंबार लग गया, जगह-जगह शरीर के टुकड़े बिखर गए और वाहनों के परखच्चे उड़ गए. चाय नाश्ते की दुकान में सिलेंडर में धमाके के बाद पड़ोस में ही स्थित गोदाम में भी धमाका होने की बात कही जा रही है, जिसमें विस्फोटक रखे गए थे.

स्थानीय निवासी बाबू भाई ने कहा, “वह घटना स्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर होटल पर चाय पी रहे थे, धमाके की आवाज सुनकर डर गए और हादसा स्थल की ओर बढ़े. वहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि हर तरफ शव बिखरे पड़े हैं. उन्हें कुछ ही देर में यह समझते देर नहीं लगी कि क्या हुआ है. एक छोटी सी बच्ची की चीख सुनाई दी, देखा तो वह कार के नीचे थी, फिर उसे वहां से निकाला. इतना ही नहीं कई मकान व दुकानें बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर मलबे के ढेर में बदल गईं.

प्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने मौके पर पहुंचकर हादसे के बारे में जानकारी ली और प्रभावितों से मुलाकात की. उनका कहा है कि विस्फोट की वजह गैस सिलेंडर का फटना है. जब उनसे पूछा गया कि विस्फोटक में भी विस्फोट की बात कही जा रही है तो उनका कहना था कि यह जांच का विषय है. इस धमाके की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “धमाके को लेकर दो तरह की बातें सामने आ रही हैं. मुख्य सचिव एंटनी डिसा को जांच के निर्देश दिए गए है”. उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता के साथ समुचित उपचार के इंतजाम का एलान किया है.

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