अमरीकी खुफियागिरी को जॉन केरी ने माना
वाशिंगटन | एजेंसी: अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने स्वीकार किया है कि कुछ मामलों में अमरीकी खुफिया एजेंसी ‘राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी’ की गतिविधियां सीमा से आगे चले गई हैं.
अमरीकी जासूसी कार्यक्रमों का खुलासा होने के बाद उसे अपने सहयोगियों, खासकर यूरोपीय देशों की आलोचना का शिकार होना पड़ा है.
केरी ने कहा, “राष्ट्रपति और मैंने कई चीजें सीखी हैं जो कई तरीकों से हुई हैं. इसका कारण प्रौद्योगिकी है.”
केरी अप्रत्यक्ष ढंग से उन खबरों का हवाला दे रहे थे जिनमें कहा गया है कि जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल सहित दुनिया भर के 35 नेताओं के फोन एनएसए टेप कर रहा था. यूरोपीय देशों के करोड़ों लोगों के फोन पर भी निगरानी रखी जा रही थी.
केरी ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसा न हो, यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
बहरहाल, केरी ने ‘राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी’ के कार्यक्रमों का बचाव करते हुए कहा कि अमरीकी निगरानी आतंकवाद विरोधी एक प्रभावी उपाय है. इससे बहुत से आतंकवादी हमलों से बचाव हुआ.