छत्तीसगढ़ में एक भी प्राध्यापक की नियुक्ति नहीं
रायपुर | संवाददाता: पिछले साल भर में छत्तीसगढ़ में प्राध्यापक के पद पर एक भी नियुक्ति नहीं हुई है. जिस समय भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री के बतौर राज्य की कमान संभाली थी, उस समय राज्य भर में प्राध्यापकों के कुल 595 पद रिक्त थे. अब 14 महीने बाद भी हालत जस के तस हैं.
इसी तरह राज्य में सहायक प्राध्यापक के 1598 पद रिक्त थे. इनकी संख्या इन 14 महीनों में बढ़ कर 1656 हो गई है.
माना जा रहा है कि एक के बाद एक चुनाव और उसकी आचार संहिता के चक्कर में अब तक प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक के पदों पर भर्ती नहीं हो पाई है.
आंकड़ों के अनुसार प्राध्यापकों के सर्वाधिक 58 पद रायपुर ज़िले में खाली हैं. जबकि सहायक प्राध्यापक के सर्वाधिक 166 पद राजनांदगांव में खाली हैं. बालोद ज़िले में 109 पद खाली हैं तो बलौदाबाज़ार-भाटापारा ज़िले में सहायक प्राध्यापक के 107 पद खाली हैं.
बिलासपुर ज़िले में प्राध्यापक के 53 पद खाली हैं. दुर्ग ज़िले में यह आंकड़ा 49 है. इसी तरह राजनांदगांव में 44 पद खाली हैं.
पिछले साल भर में कुल जमा 25 लोगों की सहायक प्राध्यापक पद पर नियुक्ति हो पाई है. हालांकि राज्य सरकार ने 1384 पदों पर भर्ती के लिये विज्ञापन जारी किया है. इसकी परीक्षा 4 मई 2020 से होने की संभावना है.