अलगाववादी नेता यासीन मलिक गिरफ्तार
श्रीनगर | समाचार डेस्क: अफज़ल गुरु की फांसी की पहली बरसी पर जुलूस निकाल रहे अलगाववादी नेता मुहम्मद यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष मलिक और उनके दर्जनों समर्थक मैसुमा स्थित कार्यालय से लाल चौक की तरफ जुलूस निकालने की कोशिश कर रहे थे.
गुरु की बरसी के मद्देनज़र श्रीनगर और घाटी के कई इलाकों में अलगाववादी नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है. माहौल बिगड़ने की आशंका को देखते हुए सुरक्षाबलों ने कई अलगाववादियों को उनके घरों में नजरबंद कर दिया है और श्रीनगर और घाटी के दूसरे प्रमुख शहरों और कस्बों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लगा दी है.
जेकेएलएफ अफजल गुरु के पार्थिव अवशेष उसके परिवार को सौंपने की मांग कर रहा है, और यह जुलूस इसी मांग के समर्थन में निकाला गया था. पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने मैसुमा में ही जुलूस को रोक दिया और मलिक तथा उनके कुछ समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया.
मलिक ने घोषणा की थी कि वह रविवार के जुलूस का नेतृत्व करेंगे, और उसके बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए भूमिगत हो गए थे.
उल्लेखनीय है कि 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले के दोषी ठहराए गए अफजल गुरु को 9 फरवरी 2013 में तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी.