नवीन जिंदल की JSPL को ‘बेलआउट’ मिला
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ स्थित जिंदल के पॉवर संयंत्र को ऋण का बोझ हल्का करने के लिये बेचा जा रहा है. 42 हजार 534 करोड़ के ऋण के बोझ से दबी जिंदल पॉवर एंड स्टील अपने 1000 मेगावाट के संयंत्र को 6 हजार 500 करोड़ में सज्जन जिंदल के जेएसडब्लू एनर्जी को बेच रही है.
सज्जन जिंदल की कंपनी कुछ पूर्व शर्तो के आधार पर इसका अधिग्रहण करेगी. जिंदल पॉवर की कुल क्षमता 3,400 मेगावाट की है.
दोनों कंपनियों के बीच सोमवार को इस सौदे पर हस्ताक्षर हुये. सौदा 30 जून 2018 तक पूरा होने की उम्मीद है.
उल्लेखनीय है कि साल 2005 में ओपी जिंदल की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद उनकी कंपनी का पुनर्गठन किया गया था. उऩके चार बेटों पृथ्वीराज जिंदल, सज्जन जिंदल, रतन जिंदल तथा नवीन जिंदल.
सज्जन जिंदल जेएसडब्लू स्टील लिमिटेड तथा जेएसडब्लू एनर्जी लिमिटेड, पृथ्वीराज जिंदल जिंदल शॉ लिमिटेड, रतन जिंदल जिंदल स्टेनस्टील तथा नवीन जिंदल ने जिंदल पॉवर एंड स्टील की कार्यभार संभाला था.
पिछले साल चारों भाइयों में सहमति बनी थी कि जब भी उनके समूह के किसी कंपनी में धन का संकट उत्पन्न होगा तब दूसरे की कंपनी उसे मदद करेगी. इसके लिये क्रास होल्डिंग की सहमति बनी थी.
उल्लेखनीय है कि स्टील उद्योग इन दिनों दाम गिरने से मंदी के दौर से गुजर रहा है. नवीन जिंदल की कंपनी को पिछले साल 1618.780 करोड़ का घाटा हुआ था जिसे इस साल घटाकर 573.48 करोड़ किया जा सका है.