झाबुआ विस्फोट आरोपी पर ईनाम घोषित
झाबुआ | समाचार डेस्क: झाबुआ विस्फोट के फरार आरोपी राजेंद्र कासवा पर एक लाख का ईनाम मुख्यमंत्री ने घोषित किया है. मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में हुए विस्फोट के दूसरे दिन रविवार को मृतकों की संख्या सरकारी तौर पर बढ़कर 88 हो गई है. जबकि घटना में घायल हुए कम से कम 100 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे के मुख्य आरोपी, विस्फोटक गोदाम के मालिक, राजेंद्र कासवा पर एक लाख रुपये इनाम घोषित किया और मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये राहत राशि और एक व्यक्ति को नौकरी देने की घोषणा की है.
विस्फोट का शिकार बने लोगों का हाल जानने के बाद रविवार शाम मुख्यमंत्री चौहान ने संवाददाताओं से कहा कि इस घटना से वह अंदर तक हिल गए हैं. उन्होंने कहा, “यह मेरी जिंदगी का सबसे दुखद क्षण है. आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी. आरोपी राजेंद्र कासवा पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है.”
शिवराज ने कहा, “विस्फोट में मारे गए लोगों की क्षतिपूर्ति तो नहीं कर सकते हैं, मगर जिंदगी चलानी है, इसलिए मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की राहत राशि और उनके लिए एक नौकरी का इंतजाम किया जाएगा.” इसके पहले सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी.
मुख्यमंत्री रविवार सुबह पेटलावद पहुंचे थे. उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों का हाल जाना.
इससे पहले मुख्यमंत्री ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना. उसके बाद उन्होंने घटना स्थल पर पहुंचकर लोगों को भरोसा दिलाया कि मामले की न्यायिक जांच कराई जाएगी, घायलों के इलाज में 10 लाख रुपये भी लगेंगे तो उसे मुहैया कराया जाएगा.
उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषी कोई भी हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा कि वे “पीड़ित परिवारों के बीच जाएंगे और उनकी हालत देखेंगे. जिस चीज की उन्हें जरूरत होगी, उसका इंतजाम करेंगे.”
अस्पताल से घटनास्थल की ओर जाते समय मुख्यमंत्री को भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा. लोगों ने उनके काफिले को रोक दिया. पुलिस और भीड़ के बीच धक्का-मुक्की भी हुई है.
लोग मांग कर रहे थे कि विस्फोटक के संग्रहकर्ता कासवा को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. लोग प्रशासनिक अफसरों पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
भीड़ के गुस्से को देख मुख्यमंत्री वाहन से नीचे उतर गए और लोगों के साथ सड़क पर बैठ गए. उन्होंने लोगों की बातें सुनी और यह समझाने की कोशिश की कि सरकार उनके साथ है.
इसके पहले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलवा ने कहा, “हादसे में अबतक 88 लोगों की मौत हो चुकी है.”
उन्होंने कहा, “विस्फोटक गोदाम के मालिक राजेंद्र कासवा के गोदाम और मकान को सील कर दिया गया है. उसके खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत प्रकरण और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. आरोपी झाबुआ से भाग गया है, उसकी तलाश जारी है.”
हादसे के विरोध में रविवार को झाबुआ और पेटलावद बंद रहा. आम जन-जीवन थम-सा गया था. पेटलावद में विस्फोट को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है.
उल्लेखनीय है कि पेटलावद के न्यू बस स्टैंड के पास स्थित सेठिया होटल में शनिवार सुबह गैस सिलेंडर फटा और उसके बाद पास में स्थित विस्फोटक गोदाम में विस्फोट हुआ. इस विस्फोट में अबतक 88 लोगों की मौत हो चुकी है, और 100 से ज्यादा घायलों का इंदौर, रतलाम, धार व दाहोद के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.