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जनवरी में महंगाई दर घटकर 5.05 फीसदी हुई

नई दिल्ली | एजेंसी: थोक मूल्य पर आधारित महंगाई दर जनवरी में घटकर सात महीने के निचले स्तर पर 5.05 फीसदी दर्ज की गई. यह गिरावट खाद्य और सब्जियों की कीमत में धीमी वृद्धि के कारण दर्ज की गई. थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर एक साल पहले समान महीने में 7.31 फीसदी और दिसंबर 2013 में 6.16 फीसदी थी.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक जनवरी माह में खाद्य महंगाई दर 8.8 फीसदी रही, जो एक महीने पहले 13.68 फीसदी थी. सब्जियों की महंगाई दर साल-दर-साल आधार पर आलोच्य अवधि में 16.6 फीसदी रही, जो दिसंबर में 57.33 फीसदी थी.

प्याज आलोच्य अवधि में 6.59 फीसदी महंगा हुआ, जो दिसंबर में साल-दर-साल आधार पर 39.56 फीसदी महंगा हो गया था. आलू 21.73 फीसदी और अनाज 9.27 फीसदी महंगा हुआ. फल 5.23 फीसदी और दूध 7.22 फीसदी महंगा हुआ. दाल हालांकि 6.10 फीसदी सस्ता हो गया.

आलोच्य माह में विनिर्मित वस्तुओं की महंगाई दर 2.76 फीसदी और ईंधन तथा बिजली महंगाई दर 10.03 फीसदी रही. सरकार ने नवंबर माह की महंगाई दर 7.52 फीसदी में कोई बदलाव नहीं किया.

पिछले सप्ताह केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता महंगाई दर घट कर दो साल के निचले स्तर 8.79 फीसदी पर दर्ज की गई.

थोक और उपभोक्ता महंगाई दर में नरमी से नीति निर्माताओं को राहत मिलेगी, जो लगातार महंगाई कम करने की कोशिश में लगे हैं.

भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले महीने महंगाई कम करने की कोशिश में मुख्य नीतिगत ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की वृद्धि कर दी थी.

एसोचैम के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा, “यह अच्छा संकेत है कि महंगाई दर थोक और उपभोक्ता दोनों स्तर पर घट रही है. आने वाले महीनों में भी यह रुझान जारी रहने की उम्मीद है. इससे रिजर्व बैंक के सामने ब्याज दर तय करने में कुछ सुविधाजनक स्थिति बनेगी.”

कपूर ने साथ ही कहा कि रिजर्व बैंक को आर्थिक तेजी लाने के लिए मौद्रिक नीति में नरमी लानी चाहिए.

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