सार्वजनिक होंगी बैंक डिफाल्टरों की तस्वीरें
जांजगीर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में अब कर्ज लेकर वापस नहीं करने वालों की खैर नहीं. ऐसे डिफाल्टरों से बैंक के पैसों की रिकवरी करने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है. भूमि विकास बैंक का कर्ज नहीं अदा करने वालों के न केवल नाम सार्वजनिक किए जाएंगे, बल्कि उन्हें सार्वजनिक रूप से बेनकाब भी किया जाएगा. ऐसे लोगों की तस्वीर चौक-चौराहों पर लगाई जाएगी.
अक्सर जिले में देखा जाता है कि यहां के लोग बैंकों से कर्ज लेना अपना हक समझते हैं और कृषि कार्यो के अलावा अन्य जरूरी-गैरजरूरी कामों के लिए बैंक से फाइनेंस करवा लेते हैं. रकम लेने के बाद वे यह भूल जाते हैं कि उस रकम को सूद सहित वापस भी करना है. कर्जदार यह सोचते रहते हैं कि चुनाव के समय पार्टियां अपने घोषणा पत्र में कर्ज माफी का वादा करेंगी और कर्ज मुक्त हो जाएगा. इसी चक्कर में कर्ज का बोझ कई गुना बढ़ जाता है.
जब कर्ज बढ़ जाता है तो उसे चुकाने में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कर्ज देकर डूबने के कगार पर खड़े जिला सहकारी कृषि बैंक व भूमि विकास बैंक के अधिकारियों ने कलेक्टर से डिफाल्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है.
कलेक्टर अंबलगन पी. ने अधिकारियों को बैंकों की बकाया राशि वसूलने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि प्रभावशाली डिफाल्टरों के नाम सार्वजनिक करें और उनकी तस्वीर का पम्फ्लेट बनवाकर सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा कराएं. कलेक्टर ने किसानों से भी अपील की है कि वे धान खरीदी केंद्रों में लिंकिंग में धान बेचकर अपना कर्ज चुकता करें.
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को भी रिकवरी के लिए सहयोग करने को कहा है. उन्होंने रिकवरी कड़ाई से करने के साथ ही कर्ज नहीं अदा करने वाले बड़े डिफाल्टरों की संपत्ति की कुर्की करने का भी निर्देश दिया है.