रंगमंच की दुनिया को अलविदा कह गए जलील रिजवी
रायपुर। संवाददाताः पिछले 60 साल से अधिक समय तक रंगमंच की दुनिया में सक्रिय रहे रंगकर्मी, नाट्य निर्देशक जलील रिजवी बुधवार को निधन हो गया.
81 वर्षीय जलील रिजवी लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे.
पिछले दिनों उन्हें राजधानी रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.
रंगकर्मी जलील रिजवी ने अपनी नाट्य संस्था अग्रगामी के जरिए बहुत से नाटकों का मंचन किया है. उनकी पत्नी नूतन भी रंगमंच से जुड़ी हुई हैं.
पुत्र समीर व सौरभ तथा बेटी सौम्या भी रंगमंच के कलाकार हैं.
जलील रिजवी को आषाढ़ का एक दिन, तुगलक, थैंक्यू मिस्टर ग्लाड और स्वप्नवासवदत्त, ध्रुवस्वामिनी जैसे लंबे साहित्यिक नाटकों के मंचन के लिए जाना जाता है.
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से जलील रिजवी को 2010 में राज्य अलंकरण सम्मान के तहत चक्रधर सम्मान से सम्मानित किया गया था.
जलील रिजवी के निधन से रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के रंगकर्मियों और नाट्य प्रेमियों में शोक की लहर है.