दाढ़ी-बाल बढ़ाने से जीनियस नहीं-जयराम
भोपाल | संवाददाता: केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा है कि दाढ़ी-बाल बढ़ाकर और कंधे में एक झोला लटका कर जीनियस दिखने की कोशिश करना बेकार है. ऐसा करने से किताबी ज्ञान सीमित दायरे में ही रहता है. रमेश भोपाल में प्रधानमंत्री सड़क विकास फेलो के लिये प्रशासन अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. इंजीनियरिंग, कानून और प्रबंधन संस्थानों से पढ़कर निकले ये फेलो केन्द्र सरकार की योजना के तहत देश के ग्रामीण एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं.
अपने भाषण में जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री सड़क विकास के लिये काम कर रहे अध्येताओं को व्यावसायिक संस्थानों का पढ़ाया हुआ ‘कचरा’ दिमाग से निकाल दें. उनके लिए अवसर है कि वे अपने हुनर और क्षमता को विकसित कर व्यवस्था में काम करना सीखें.
जयराम रमेश उन लोगों पर भी भड़के, जो सरकारी काम काज की आलोचना करते हैं. जयराम रमेश ने कहा कि वे व्यवस्था को कोसने के बजाय व्यवस्था में रहें और उसे ठीक करें. रमेश ने माना कि हालांकि व्यवस्था में काम करने से कुंठा आती है, क्योंकि आप योजना और तंत्र की हकीकत से रूबरू होते हैं, लेकिन इसे चुनौती के रूप में लें और व्यवस्था को कोसने के बजाय उसमें रहकर उसे ठीक करें.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में ग्रामीण योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी के लिए कैग और योजना आयोग के समान अनुवर्ती लेखा परीक्षण केंद्र बनाया जायेगा. कैग और योजना आयोग, तो योजना पूरी होने के बाद ऑडिट करते हैं, लेकिन यह केंद्र योजना के बीच में मूल्यांकन करने के साथ ही सुधार के सुझाव देगा.
उन्होंने कहा कि जून में इस योजना का एक साल पूरा हो जायेगा. इसके बाद दूसरे चरण में इस योजना के तहत अनुवर्ती लेखा परीक्षण केंद्र खोला जायेगा, जो ग्रामीण विकास योजनाओं की निगरानी करेगा.