बस्तर

सरकारी छात्रावासों में डायरिया का प्रकोप

जगदलपुर | संवाददाता: जगदलपुर के नेहरू आदिवासी बालक छा˜त्रावास और कर्मचारी बालक छा˜त्रावास के बच्चों पर पिछले तीन दिनों से डायरिया का प्रकोप है. मंगलवार की देर शाम शहर के नयापारा स्थित दोनों छा˜त्रावासों के दर्जन भर बच्चे मेकाज अस्पताल पहुंचे थे. इन बीमार बच्चों ने बताया कि छा˜त्रावास में कीड़ा लगा चावल को पकाया जाता है.

आदिम जाति कल्या‡ण विभाग द्वारा संचालित इस नेहरू बालक छा˜त्रावास के ब“च्चे दयालूराम बƒघल, खेमराज, भुवनेश्वर को पिछले तीन दिनों से उल्टी-दस्त हो रही है. भुवनेश्वर की तबियत ’ज्यादा खराब होने के चलते वह अपने ƒघर चला गया है. इसी प्रकार इस छा˜त्रावास के पीछे स्थित कर्मचारी बालक छा˜त्रावास के छा˜त्र देवेश गिरी, कमलूराम, रामलाल, मŠधुसूदन, मनकुमार, समलू, बिजलू को भी उल्टी-दस्त हो रही है.

दोनों छा˜त्रावास के छा˜त्रों ने बताया कि छा˜त्रावास में कीड़े लगे चावल पकाये जाते है. छा˜त्रावास में मौजूद रसोईये चावल ठीक से साफ नहीं करते. टायलेट व बाथरूम में भी सफाई का अभाव पाया जाता है. गंदगी के चलते पूरे छा˜त्रावास परिसर में बदबू फैली रहती है.

इस संबंध में नेहरू छा˜त्रावास के अŠधीक्षक एसआर मौर्य से जब पूछा गया तो उन्होने बच्चों में डायरिया फैले होने की बात से इंकार किया. उन्होंने कहा छा˜त्रावास के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण समयानुसार किया जाता है और ऐसे में डायरिया होने की बिल्कुल संभावना नहीं है.

वहीं कर्मचारी बालक छा˜त्रावास के अŠधीक्षक सामुराम मौर्य ने बताया कि कीड़े लगे चावल वाली बात सही नहीं है. छा˜त्रावास में सब कुछ ठीक चल रहा है. रही बात डायरिया की तो कुछ बच्चों ने ग‡णेशोत्सव के दौरान बने भ‡डारे में अŠधिक खा लिया इसी वजह से उन्हें उल्टी-दस्त हुई.

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