इटली की भारत से धोखाधड़ी
नई दिल्ली: केरल के 2 मछुआरों की हत्या के आरोपी इटली के दो नौसैनिक भारत नहीं लौटेंगे. इटली की सरकार ने साफ कर दिया है कि भारत अगर चाहे तो इसका कोई कूटनीतिक हल निकाल सकता है लेकिन हम अपने सैनिकों को भारत के हवाले नहीं कर सकते.
गौरतलब है कि इटली के इन दो सैनिकों पर आरोप है कि एक साल पहले 15 फरवरी को उन्होंने दो भारतीय मछुआरों अजेश बिंकी (25 वर्षीय) और जेलेस्टाइन (45) की गोली मारकर हत्या कर दी थी. ये दोनों सैनिक इटली के एक जहाज पर तैनात थे ताकि उसे समुद्री लुटेरों से बचा सकें. मासिमिलानो लातोरे और सल्वातोरे गिरोने नाम के इन दो नौसैनिकों को हत्या के आरोप में 19 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और इन पर मुकदमा शुरु किया था. इस बीच इन दोनों सैनिकों को सुप्रीम कोर्ट ने इटली के आम चुनाव में मतदान करने की अनुमति देते हुये 4 सप्ताह के भीतर भारत लौटने का आदेश दिया था. लेकिन अब इटली सरकार इससे मुकर गई है.
पिछले साल जब इटली के इन दोनों सैनिकों पर मुकदमा शुरु हुआ था, उसी समय इटली के प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चेतावनी वाले अंदाज में कहा था कि भारत उनके नौसैनिकों पर मुकदमा न चलाये. यहां तक कि इटली ने अपने राजदूत भी भारत से बुला लिये थे.
अब इटली के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने भारत से आग्रह किया गया था कि वह मामले का कूटनीतिक हल ढूंढे, लेकिन भारत ने जवाब नहीं दिया. ऐसे में हमने निर्णय लिया है कि हम अपने नौ सैनिकों को भारत सरकार के हवाले नहीं करेंगे. इटली का कहना है कि अगर हमारे सैनिकों के खिलाफ मुकदमा चलना भी है तो वह इटली में ही चलेगा.