आप-कांग्रेस को आयकर का नोटिस
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: आयकर विभाग ने ‘आप’ तथा कांग्रेस को चुनावी चंदे के लिये नोटिस थमा दिया है. ‘आप’ ने कहा है कि वह इस नोटिस का जवाब देगी वहीं कांग्रेस ने सवाल किया है कि ऐसा आयकर का नोटिस भाजपा को क्यों नहीं जारी किया गया है जिसने करोड़ों रुपये चुनाव प्रचार में खर्च किये हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव में सुनामी के सहारे भाजपा को हार का सबक सिखाने और कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने वाली आम आदमी पार्टी को आयकर विभाग ने संदिग्ध स्रोत से चंदा मिलने के आरोप पर स्पष्टीकरण देने के लिए एक नोटिस थमाया है. यह आरोप पार्टी से अलग हुए एक दल ने लगाया है. पार्टी ने हालांकि इस आरोप को बेबुनियाद बताया है.
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी को भी ऐसा ही एक नोटिस मिला है.
इन आरोपों को खारिज कर चुकी ‘आप’ ने कहा है कि वह इस नोटिस को लेकर चिंता में नहीं है और उचित तरीके से जवाब दाखिल कराएगी. ‘आप’ के एक नेता ने कहा, “वे जो करना चाहते हैं करें. हम जांच का स्वागत करते हैं. हम सही समय पर इसका जवाब देंगे.”
वित्त मंत्रालय के अधीन केंद्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड के तहत काम करने वाले आयकर विभाग ने पार्टी को 16 फरवरी तक नोटिस का जवाब देने के लिए कहा है. नोटिस का जवाब दाखिल करने से दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल का दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण होने वाला है.
‘आप’ के प्रमुख अधिकारी को संबोधित नोटिस में कहा गया है कि चार कंपनियों ने पार्टी को पैसे हस्तांतरित किए और ‘जांच में खुलासा हुआ है कि ऐसी कंपनियां प्रथम दृष्टया सही नहीं हैं. बैंक और सरकारी एजेंसियों में उल्लेखित पते पर कंपनियां और निदेशक उपलब्ध नहीं थे.’
चुनाव परिणाम सामने आने से एक दिन पहले नोटिस 9 फरवरी को भेजा गया. दिल्ली विधानसभा चुनाव में अजेय बहुमत से विजयी हुई आप ने 70 सीटों में से 67 पर कब्जा जमा लिया.
‘आप’ को आयकर से नोटिस थमाए जाने को लेकर सोशल साइट पर भी मामले ने तूल पकड़ रखा है. कई लोगों ने इसपर अपनी टिप्पणी रखी है.
मीडिया हस्ती प्रीतीश नंदी ने ट्वीट किया है, “‘आप’ की जीत पर अनूठा उपहार है आयकर का नोटिस. यह 2 करोड़ के कालेधन से संबंधित है. जांच प्रक्रिया शुरू है.”
7 फरवरी को मतदान होने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आरोप लगाया था कि आप संदिग्ध चंदा लेते रंगे हाथ पकड़ी गई. यह चंदा ऐसी कंपनियों से मिला है, जिसका कोई कारोबार नहीं है. जेटली ने यह भी आरोप लगाया कि आप के नेता मुद्दे से ध्यान हटाने की नीति के तहत काम कर रहे हैं.
जेटली ने कहा था कि पार्टी को चार कंपनियों से कुल दो करोड़ रुपये 50 लाख रुपये के चेक के रूप में मिले थे.
‘आप’ ने इन आरोपों का खंडन किया.
आरोप का खंडन करते हुए केजरीवाल ने ट्विटर पर एक संदेश में कहा था, “श्रीमान वित्त मंत्री, कीचड़ उछालना बंद कीजिए. कार्रवाई कीजिए. यदि मैं दोषी हूं तो मुझे गिरफ्तार कीजिए. वित्त मंत्रालय का कहना है कि हमने हवाला के जरिए चंदा लिया है. हवाला का पैसा चेक से लिया है. मैं मंत्रालय को चुनौती देता हूं कि यदि मैंने हवाला का पैसा लिया है, तो मुझे गिरफ्तार करें.”
केजरीवाल ने देश के प्रधान न्यायाधीश एच. एल. दत्तू को भी एक विशेष जांच दल का गठन करने का आग्रह किया है जो न केवल उनकी पार्टी का ही बल्कि दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस की भी जांच करे.
कांग्रेस पार्टी ने भी कहा है कि उसे आईटी विभाग से नोटिस मिला है.
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा, “हां, हमें एक नोटिस मिला है. यह राजनीतिक द्वेष का स्पष्ट उदाहरण है. ऐसा नोटिस भारतीय जनता पार्टी को क्यों नहीं भेजा गया है? भाजपा ने भी चुनाव में करोड़ों रुपये बहाए हैं.”
‘आप’ से अलग हुए कुछ कथित कार्यकर्ताओं के एक समूह ‘आप वोलंटियर एक्शन मंच’, आवाम ने गत सप्ताह एक संवाददाता सम्मेलन में आप को मिले चंदे के स्रोत पर सवाल उठाया था और आरोप लगाया था कि पार्टी को जिन कंपनियों से चंदे मिले हैं, वे फर्जी कंपनियां हो सकती हैं.
आरोप लगाया गया है कि चंदा गत वर्ष 15 अप्रैल की मध्य रात्रि में दिया गया था.