मुंबई को असुरक्षित कहना गलत- फडणवीस
मुंबई|डेस्कः अभिनेता सैफ अली खान पर मुंबई में हुए हमले के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है. विपक्ष ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए मुंबई की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.
जिसका पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सैफ अली खान पर उनके घर में घुसकर हमला करना एक गंभीर घटना है, लेकिन इसके कारण मुंबई को असुरक्षित कहना गलत होगा. ऐसी टिप्पणियों के कारण मुंबई की छवि खराब होती है. पुलिस कार्रवाई कर रही है.
सीएम फडणवीस ने कहा कि मुंबई पूरी तरह से सुरक्षित है. किस मंशा से यह हमला हुआ है जल्द ही सभी चीजें सामने आएंगी.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मुंबई देश के बड़े शहरों में सबसे सुरक्षित है. यह सच है कि कभी-कभी कुछ घटनाएं होती हैं और उन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए, लेकिन यह कहना कि ऐसी घटनाओं के कारण मुंबई असुरक्षित है यह सही नहीं है. मुंबई को सुरक्षित बनाना सरकारी की पहली प्राथमिकता है और इस ओर सरकार हमेशा से काम करते आ रही है.
विपक्ष ने बोला हमला
दरअसल विपक्षी दलों ने इस घटना के बाद बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था. साथ ही मुंबई की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे.
शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अगर मशहूर हस्तियां सुरक्षित नहीं हैं, तो मुंबई में कौन सुरक्षित है.
उन्होंने कहा है कि मुंबई पुलिस और गृह मंत्री पर फिर से सवाल उठाता है. ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो दिखाती हैं कि बड़े नामों को निशाना बनाकर मुंबई को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.
वहीं एनसीपी (एसपी) की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने भी सरकार पर निशाना साधा है.
पुलिस राजनेताओं की सुरक्षा में तैनात- राउत
इसी तरह शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा है कि मुंबई में सेलिब्रिटी सुरक्षित नहीं है तो आम लोगों की बात ही छोड़िए.
यहां मशहूर हस्तियों के पास अपनी सुरक्षा है वे भी सुरक्षित नहीं हैं.
राउत ने कहा कि राज्य में पुलिस को ज्यादातर राजनेताओं की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाता है. खासकर जो दलबदल करते हैं.
उन्होंने कहा कि कानून का कोई डर नहीं है। सरकार बेनकाब हो गई है.
कानून व्यवस्था खराब-अतुल
अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर कांग्रेस नेता अतुल लोंढे ने बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है. अगर सलमान खान और सैफ अली खान जैसे लोग सुरक्षित नहीं हैं, जो उच्च सुरक्षा में रहते हैं, तो आम जनता का क्या होगा.
उन्होंने कहा कि आज की घटना और बीड में हुई घटना यह दर्शाती है कि प्रशासन असामाजिक तत्वों के लिए काम कर रहा है.
बीड में एक ऊर्जा कंपनी से पैसे वसूलने के प्रयास को कथित रूप से विफल करने पर एक गांव के सरपंच की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.