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isro ने इंडिया को नंबर वन बनाया

श्रीहरिकोटा | समाचार डेस्क: इसरो ने एक साथ 104 सैटेलाइट छोड़कर विश्व रिकॉर्ड बना दिया है. बुधवार को श्रीहरिकोटा स्थित स्पेस सेंटर से एक राकेट द्वारा 104 सैटेलाइट अंतरिक्ष के लिये छोड़कर भारत ने दुनियाभर को आश्चर्यचकित कर दिया है. इससे पहले रूस ने एक साथ 37 तथा अमरीका ने 29 सैटेलाइट एक साथ छोड़े थे.

पीएसएलवी-सी37 कार्टोसैट-2 सीरीज सैटलाइट मिशन को श्रीहरिकोटा से भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 9:28 बजे प्रक्षेपित किया गया. ये सैटलाइट्स 28 मिनट बाद 9:56 पर ऑर्बिट में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित हो गये. इन सभी सैटलाइट्स को पीएसएलवी-सी37 की मदद से छोड़ा गया, यह इस रॉकेट का 39वां मिशन रहा. इस मिशन के तहत जिस प्रमुख भारतीय सैटलाइट्स को लॉन्च किया गया, वह कॉर्टोसैट-2 सीरीज का है.

FULL VIDEO : ISRO Launches Record 104 Satellites On Board Single Rocket – PSLV C37/CARTOSAT 2

इसरो की कामयाबी पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर कई बड़ी हस्तियों ने बधाई दी है.

उल्लेखनीय है कि डॉ. विक्रम साराभाई ने 15 अगस्त 1969 को इसरो की स्थापना की थी. आपको जानकर हैरत होगी की हमारे वैज्ञानिक आसमान मुट्ठी करने के सफर पर साइकिल और बैलगाड़ी के जरिये निकले थे. वैज्ञानिकों ने पहले रॉकेट को साइकिल पर लादकर प्रक्षेपण स्थल पर ले गये थे. इस मिशन का दूसरा रॉकेट काफी बड़ा और भारी था, जिसे बैलगाड़ी के सहारे प्रक्षेपण स्थल पर ले जाया गया था.

इससे भी ज्यादा रोमांचकारी बात यह है कि भारत ने पहले रॉकेट के लिए नारियल के पेड़ों को लांचिंग पैड बनाया था. हमारे वैज्ञानिकों के पास अपना दफ्तर नहीं था, वे कैथोलिक चर्च सेंट मैरी मुख्य कार्यालय में बैठकर सारी प्लानिंग करते थे. पूरे भारत में इसरो के 13 सेंटर हैं.

इन्हीं मुश्किलों में हमारे वैज्ञानिकों ने पहला स्वदेशी उपग्रह एसएलवी-3 लांच किया था. यह 18 जुलाई 1980 को लांच किया गया था. दिलचस्प बात यह है कि इस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम थे. इस लांचर के माध्यम से रोहिणी उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया गया था.

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