गाजा में इजरायली नर संहार जारी
गाजा | संवाददाता: गाजा पट्टी में शनिवार को इजराइल के हवाई हमलों में 10 फिलीस्तीनियों की मौत हो गई. पिछले सप्ताह येरुसलम में एक फिलिस्तीनी किशोर का अपहरण और जलाकर हत्या के बाद तीन इजरायली छात्रों की हत्या प्रतिक्रिया स्वरूप कर दी गई थी. इस घटना के बाद दोनों तरफ तनाव में बेहद इजाफा हुआ है.
शनिवार को अधिकारियों ने बताया कि पहला हमला पश्चिमी गाजा शहर में एक मस्जिद के पास हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए.
दूसरा हमला उत्तरी गाजा में हुआ, जिसमें दो विकलांग लड़कियों की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए. आखिरी हमला गाजा पट्टी के जबालिया शहर में हुआ, जिसमें पांच फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई और पांच घायल हो गए.
फिलीस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा पट्टी पर मंगलवार से शुरू हुए इजरायली हमलों में अब तक 118 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 900 घायल हुए हैं.
मंत्रालय ने बताया कि हताहतों में दो तिहाई नागरिक, बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हैं. मंत्रालय ने यह भी बताया कि गाजा पट्टी के अस्पतालों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है.
इससे पहले इजरायल के लड़ाकू विमानों और नौसेना ने शुक्रवार को गाजा पट्टी पर भयानक बमबारी की. गाजा पट्टी से रॉकेट हमले रोकने के लिए इजरायल द्वारा इस सप्ताह शुरू किए गए आपरेशन प्रिवेंटिव एज से फिलिस्तीन में मरने वाले लोगों की संख्या 100 तक पहुंच गई है.
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय की रपट के मुताबिक, शुक्रवार को एक घर समेत 50 जगहों पर हमले हुए, जिसमें एक नवजात और एक सात साल के लड़के समेत आठ लोगों की मौत हो गई.
सबसे खतरनाक हमला दक्षिण गाजा के राफाह स्थित एक घर पर हुआ, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग मारे गए.
मानवीय संगठनों ने कहा है कि गाजा में 300 घर ध्वस्त हो गए हैं, जबकि कई बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे 2,000 से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं.
इजरायल सुरक्षा बल की एक महिला प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी एफे से कहा कि रॉकेट इजरायल-लेबनान सीमा पर स्थित मेतुल्लाह शहर के समीप गिरा और यह इजरायल की कार्रवाई का बदला था.
इसी बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने हिंसा की निंदा की है और दोनों पक्षों से अधिकतम संयम बरतने का अनुरोध किया.