इशरत की तरह मारा गया था मीना को
अंबिकापुर | संवाददाता: गुजरात में इशरत जहां की तरह ही छत्तीसगढ़ के सरगुजा में मीना खलखो नामक 17 साल की आदिवासी लड़की को पुलिस ने 2 साल पहले मार डाला था. सरकार ने इस मामले में मीना के परिजनों को मुआवजा देने के बाद भी इस मुठभेड़ को फर्जी नहीं माना था. अब इशरत जहां के मामले में आरोपपत्र दायर होने के बाद कांग्रेस ने मांग की है कि मीना खलको मामले की भी सीबीआई जांच हो.
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक मोहम्मद अकबर का कहना है कि गुजरात में इशरत जहां एनकाउंटर मामले से पर्दा उठ गया है. सीबीआई ने इशरत का फर्जी एनकाउंटर होना पाया है. इसी प्रकार 6 जुलाई 2011 को छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के ग्राम करचा में 17 वर्ष की किशोरी मीना खलखो का एनकाउंटर हुआ था. वो वनोपज संग्रह करती थी.
अकबर का कहना है कि घटना के बाद 11 जुलाई 2011 को प्रदेश के गृहमंत्री ने संबंधित थाने के थानेदार सहित 24 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मीना खलखो को दो गोलियां लगी थी, जो नजदीक से मारी गई थी. वहीं कोई भी पुलिस कर्मी घायल नहीं हुआ था. मोहम्मद अकबर ने दावा किया कि मीना खलखो का एनकाउंटर भी फर्जी था. उन्होंने राज्य सरकार से मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है.