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मंगल पर मिला लौह उल्कापिंड

वाशिंगटन | एजेंसी: नासा के मंगलयान क्युरीआसिटी को मंगल ग्रह पर पहला उल्कापिंड मिला है. जिसका नाम वैज्ञानिकों ने ‘लेबनन’ रखा है, जबकि साथ में मिले छोटे उल्कापिंड का नाम ‘लेबनन बी’ रखा है. क्युरीआसिटी ने मंगल ग्रह पर ये उल्कापिंड 25 मई को ढूंढ़े थे और नासा ने लेबनन उल्कापिंडों की विस्तृत तस्वीर मंगलवार को जारी की.

क्युरीआसिटी ने मुख्य लेबनन उल्कापिंड की तस्वीरें हाई रेजोल्यूशन वाले केम कैम और रिमोट माइक्रो-इमेजर कैमरे की मदद से ली. तस्वीरों में चट्टान की सतह पर अजीब से छेद दिखाई दे रहे हैं.

वेबसाइट ‘स्पेस डॉट कॉम’ के अनुसार कैलिफोर्निया स्थित जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी के प्रवक्ता गाइ वेबस्टर ने कहा, “लेबनन उल्कापिंड बहुत विशाल है, लगभग सात फुट का है.”

वेबस्टर ने कहा कि क्युरीआसिटी को ठीक उसी वक्त एक तीसरा उल्कापिंड भी मिला है, जिस वक्त उसे लेबनन मिला था.

मंगलयान क्युरीआसिटी अभियान के ट्विटर पेज पर उसके संचालक ने लिखा, “भारी धातु. मुझे मंगल में एक लौह उल्कापिंड मिला है.”

क्युरीआसिटी के अगस्त 2012 में मंगल ग्रह पर पहुंचने के बाद पहली बार ये तीन अंतरिक्ष चट्टानें यहां पाई गई हैं.

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