इराक में फंसे भारतीयों से फिरौती की मांग
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: क्या इराक में बंधक बनाये गये लोगों के बदले फिरौती मांगी जा रही है? कम से कम भारत सरकार इस बारे में कुछ भी बोलने से बत रही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता केवल इतना कह रहे हैं कि भारतीय सुरक्षित हैं और सरकार उन्हें छुड़ाने के लिये हरसंभव कोशिश कर रही है.
गौरतलब है कि इराक के मोसुल में विद्रोहियों ने कम से कम 39 भारतीयों को बंधक बना कर रखा है. चर्चा है कि इन सभी लोगों की रिहाई के बदले फिरौती मांगी जा रही है.
इधर सरकार ने भी स्वीकार किया है कि इराक के जिन इलाकों में संघर्ष चल रहा है, वहां अभी भी 120 भारतीय फंसे हैं. इनकी रिहाई कैसे होगी, विदेश मंत्रालय इस बारे में कुछ भी नहीं कह रहा है. कहा जा रहा है कि विद्रोही सुन्नी गुट इन बंधक भारतीयों को अपनी सुरक्षा के लिये कवच की तरह इस्तेमाल कर सकता है. अगर ऐसा हुआ तो भारतीयों की मुश्किलें और बढ़ सकती है.
दूसरी ओर विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने उत्तरी बगदाद के बैजी में मौजूद मुख्य तेल रिफ़ायनरी पर कब्ज़ा कर लिया है. विद्रोहियों के मुताबिक बीते दस दिनों से इस रिफ़ायनरी पर उनका कब्ज़ा है, हालांकि इराक़़ी सेना ने कई बार विद्रोहियों को हटाने की कोशिश की है. दरअसल यह रिफ़ायनरी इराक़़ के एक तिहाई ईंधन की आपूर्ति करती है. ज़ाहिर है विद्रोहियों के इस पर कब्ज़ा होने के बाद से देश में ईंधन का संकट बढ़ सकता है.