ईरान में तनाव बढ़ा, कई लोग मारे गये
नई दिल्ली | संवाददाता: ईरान में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सरकार इस बात से डरी हुई है कि कहीं प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया के सहारे देश में लोगों को एकजुट न कर दें.
टेलीग्राम, वाट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ईरान में लोकप्रिय हैं और प्रदर्शन के लिये इन सोशल मीडिया का खूब उपयोग होता है. आठ करोड़ की आबादी वाले ईरान में अकेले टेलीग्राम का उपयोग करने वालों की संख्या 4 करोड़ से अधिक है..
दूसरी ओर सरकार ने दावा किया है कि ईरान में शांति बरकरार रखने के लिये सरकार ने यह निर्णय लिया है. सरकार ने यह भी दावा किया है कि यह रोक अस्थाई है और हालात ठीक होते ही प्रतिबंध हटा लिये जायेंगे.
ईरान के शीर्ष नेता अयातुल्ला अली खामनेई, राष्ट्रपति हसन रूहानी और ईरान की दखलंदाज़ी करने वाली विदेश नीति के ख़िलाफ़ पिछले कुछ दिनों से माहौल बन रहा है. अर्थव्यवस्था की गड़बड़ी से शुरु हुआ विरोध प्रदर्शन का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा.
विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी इमारतों पर हमला बोला. जवाबी कार्रवाई में कुछ प्रदर्शनकारियों की मौत की भी खबर है.
تجمع معترضان در مقابل ساختمان فرمانداری شهرستان #مراغه در #آذربایجان_شرقی؛ ویدئو ارسالی مخاطبان بیبیسی فارسی pic.twitter.com/Xky3GZMWcg
— BBC Persian (@bbcpersian) December 31, 2017
इस बीच ईरान के संचार मंत्री मोहम्मद जावद अज़ारी जहरूमी ने टेलीग्राम ऐप पर चलने वाले कुछ चैनलों पर सशस्त्र विद्रोह और सामाजिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ये चैनल्स पेट्रोल बम जैसे हथियारों के इस्तेमाल के लिए लोगों को उकसा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो भी लोग सरकारी प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, उनके खिलाफ तय है कि कार्रवाई होगी.