भूकंप में फंसे 546 भारतीय वापस
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: भूकंप में फंसे 546 भारतीयों को नेपाल से वापस लाया गया है. इसकी जानकारी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी है. भारतीयों को नेपाल से वापस लाने का सिलसिला शनिवार को शुरु हुआ जो रविवार को भी जारी है. भारतीय वायु सेना के विमान शनिवार देर रात भूकंप प्रभावित काठमांडू से 546 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश ले आए, जिनमें काफी संख्या में बच्चे हैं. रविवार को और लोगों को स्वदेश वापस लाया जाएगा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. नेपाल की राजधानी काठमांडू से भारतीय वायु सेना का पहला विमान ‘सी-130जे सुपर हक्र्युलिस’ 55 लोगों को लेकर शनिवार रात 10.45 बजे स्वदेश पहुंचा, जिनमें चार बच्चे भी शामिल थे. उसके बाद अगला विमान ‘ग्लोबमास्ट-3’ आधी रात के बाद 101 यात्रियों और एक छोटे बच्चे को लेकर स्वदेश पहुंचा.
रविवार तड़के एक आईएल-76 विमान 152 लोगों को लेकर स्वदेश पहुंचा. वहीं, तड़के 4.45 बजे भारतीय वायु सेना का एक और विमान ‘सी-17 ग्लोबमास्टर-3’ 247 भारतीय नागरिकों को लेकर स्वदेश पहुंचा.
इस बीच भारतीय रक्षा बलों ने रविवार को नेपाल में भारतीय नागरिकों की तलाश, राहत एवं बचाव अभियान और तेज करने का फैसला किया.
नेपाल में शनिवार पूर्वाह्न् 11.41 बजे रिक्टर पैमाने पर 7.9 की तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसमें शनिवार तक 1,500 लोगों की मौत होने तथा 1,000 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है.
भूकंप का केंद्र राजधानी काठमांडू से महज 75 किलोमीटर दूर लामजुंग जिले में था. भूकंप के बाद भी नेपाल और उसके आस-पास के देशों भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और तिब्बत में झटके महसूस किए गए और जान-माल की हानि की खबरें भी हैं.
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कर ने कहा, “रविवार 10 विमानों को काठमांडू भेजने की योजना है, जिनमें अस्पताल और इंजीनियरिंग कार्यबल, चिकित्सा कर्मी और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के दस्तों के साथ आवश्यक उपकरण, पानी, भोजन, कंबल और तंबू भेजे जाएंगे.”
रविवार को हेलीकॉप्टर भी भेजने की योजना है. कर ने बताया कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एमआई हेलीकॉप्टर सहित छह और हेलीकॉप्टरों को पहले से तैयार रखा गया है.
सबसे पहले एक हल्के एमआई हेलीकॉप्टर को काठमांडू के लिए रवाना किया गया, जिसके बाद पांच एमआई-17 हेलीकॉप्टर गोरखपुर से रवाना किए गए. कर ने कहा, “भारत चार और हेलीकॉप्टरों को राहत कार्यो के लिए नेपाल भेजेगा, जिनमें भारतीय वायु सेना के दो एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर भी शामिल हैं.”