पेशावर हमला: संसद में श्रद्दाजलि
नई दिल्ली | एजेंसी: भारत की संसद ने पाकिस्तान के पेशावर में तालिबान के आतंकी हमले की निंदा की है. इसी के साभ दोनों सदनों ने आतंकवादी गतिविधियों पर काबू पाने के लिये सभी से पूरी ऊर्जा लगाने का आव्हान किया है. पाकिस्तान के पेशावर में मंगलवार को एक सैनिक स्कूल में हुए तालिबान के हमले की संसद के दोनों सदनों ने बुधवार को निंदा की और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए थोड़ी देर का मौन रखा. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हमले की निंदा की तथा सदस्यों से मृतकों के सम्मान में मौन रहने के लिए कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद थे.
पेशावर के एक सैनिक स्कूल पर मंगलवार को हुए तालिबान के हमले में 148 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से 132 छात्र हैं.
इस दौरान, लोकसभा ने अध्यक्ष द्वारा प्रस्तावित एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें इस आतंकवादी हमले पर गहरा दुख जताते हुए उसे निंदनीय तथा कायराना कार्रवाई बताया गया है.
प्रस्ताव में कहा गया है, “संसद इस दुखद घटना पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है और उसकी सहानुभूति पाकिस्तान की संसद, सरकार, अवाम, शोक संतप्त परिवारों तथा घायलों के साथ है.”
प्रस्ताव के मुताबिक, “निर्दोष लोगों खासकर मासूम बच्चों के खिलाफ बर्बर आतंकवादी हमलों को सहन नहीं किया जाना चाहिए. साथ ही सदन सभी देशों से यह आह्वान करता है कि वे पूरी ऊर्जा के साथ सभी आतंकवादी गतिविधियों पर काबू पाएं.”
उधर, राज्यसभा में सभापति एम. हामिद अंसारी ने हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी और सभी सदस्यों को दो मिनट का मौन रखने के लिए कहा.
सभापति ने कहा, “यह बर्बर तथा कायरतापूर्ण कार्रवाई बेहद दुखद है. यह घटना त्रासदीपूर्ण तथा दुर्भाग्यपूर्ण है.”
उन्होंने कहा, “यह घटना आतंकवाद से अधिक सख्ती व दृढ़ता से लड़ने के हमारे संकल्प को पुष्ट करता है.”