इराक में फंस गईं भारतीय नर्सें
तिकरित| समाचार डेस्क: इराक के तिकरित में आतंकियों और सेना के बीच फंसी भारतीय नर्सों को वहां से निकालने का काम अब तक शुरु नहीं हो पाया है. सरकार ने उम्मीद जताई है कि सभी भारतीय नर्सों को सुरक्षित इराक से निकाल लिया जाएगा. इस बीच नर्सों के परिजनों ने भारत सरकार से राहत व बचाव के काम में और तेज़ी लाने का अनुरोध किया है.
गौरतलब है कि अकेले तिकरित में कम से कम 46 भारतीय नर्सें हैं, जो केरल की रहने वाली हैं.अच्छे पैसे और बेहतर सुविधाओं के कारण इराक पहुंची इन नर्सों का कहना है कि उन्हें पिछले सप्ताह भर से एक कमरे में लगभग बंद कर के रख दिया गया है और खाने के नाम पर फ्रीज से निकाल कर बासी खाना दिया जा रहा है, जिसके कारण कई नर्सों की तबीयत खराब हो गई है. इसके अलावा खाने में केवल रोटी उपलब्ध कराया जा रहा है.
इधर इराक में मौजूद भारतीय दूतावास के अधिकारियों का कहना है कि नर्सों को हवाई अड्डे तक ले जाने के लिये जिन सड़कों का इस्तेमाल किया जा सकता है, उससे आवागमन बेहद खतरनाक हो सकता है. ये रास्ते असुरक्षित हैं और इस मामले में हम कोई खतरा मोल नहीं ले सकते.
दूसरी ओर केरल के मुख्यमंत्री ओमान चंडी ने केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज को एक पत्र लिख कर कहा है कि तिकरित में फंसी भारतीय नर्सों को छुड़ाने के लिये सरकार को कोशिश करनी चाहिये. अगर ऐसी पहल नहीं की गई तो हमारी नर्सों की जान को खतरा हो सकता है.