अनु मलिक फिर इंडियन आइडल से बाहर
मुंबई | डेस्क: इंडियन आइडल से संगीतकार अन्नू मलिक एक बार फिर बाहर हो सकते हैं. #MeToo मूवमेंट के कारण इंडियन आइडल 11 से उन्हें चैनल ने बाहर करने का फैसला किया है. हालांकि चैनल ने इस पर फिलहाल कोी टिप्पणी नहीं की है.
इससे पहले इसी अभियान के कारण इंडियन आइडल 10 से भी उनको बाहर जाना पड़ा था. लेकिन इस बार चैनल पर उठ रहे सवालों के कारण अनु मलिक को फिर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने चैनल को पत्र लिख कर आपत्ति की थी और कहा था कि इस तरह के मामले के आरोपी को जज बनाया जाना ठीक नहीं है.
@NCWIndia has taken Suo-motu cognizance of this matter and send a notice to Sony Entertainment Television @sharmarekha @MinistryWCD @PMOIndia pic.twitter.com/gTUStj9ixC
— NCW (@NCWIndia) November 21, 2019
इंडियन आइडल 11 में जज बनाए जाने पर एक गायिका सोना महापात्रा लगातार चैनल पर सवाल उठा रही थीं. उन्होंने अनु मलिक पर गंभीर आरोप लगाये थे.
इससे पहले पिछले साल #MeToo के दौरान सिंगर सोना महापात्रा ने अनु मलिक पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. इसके बाद अनु मलिक ने इंडियन आइडल 10 छोड़ दिया था.
लेकिन इंडियन आइडल 11 में फिर से उन्हें जज बनाया गया था. जिसे लेकर विवाद शुरु किया गया था.
सोना महापात्रा को कुछ दूसरी महिलाओं का भी समर्थन हासिल था. इनमें तनुश्री दत्ता भी शामिल है.
सफाई
इसके बाद अनु मलिक ने इस मुद्दे पर लंबा-चौड़ा बयान जारी किया था.
उन्होंने पिछले सप्ताह जारी अपने बयान में कहा था कि एक साल से ज्यादा हो गया है और मुझ पर उस चीज के आरोप लग रहे हैं, जो मैंने किया ही नहीं.
अनु मलिक ने कहा- मैं इस बीच चुप रहा क्योंकि मैं चाहता था कि सच अपने आप सामने आए. लेकिन मुझे लगता है कि मेरी चुप्पी को मेरी कमजोरी समझ लिया गया है.
अनु मलिक ने बयान में कहा- जबसे मेरे खिलाफ झूठे और अपुष्ट आरोप लगे हैं, इससे न सिर्फ मेरी छवि खराब हुई है बल्कि मेरे और मेरे परिवार की मानसिक शांति भी भंग हुई है, जिससे हम ट्रॉमा में हैं और मेरा करियर बर्बाद हो गया है.
उन्होंने कहा कि मैं असहाय महसूस कर रहा हूं, जैसे कि मुझे किनारे कर दिया गया है और घुट रहा हूं.
उन्होंने अपने बयान में कहा कि सोशल मीडिया पर लड़ना न खत्म होने वाली प्रक्रिया है, जिसमें आखिरकार किसी की जीत नहीं होती. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो मेरे पास खुद को बचाने के लिए कोर्ट तक जाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचेगा.