गंभीर हो रहा भारतीय फैशन उद्योग: नीता लुल्ला
मुंबई | एजेंसी: फैशन और डिजाइनिंग के अपने 26 साल के करियर में नीता लूला ने फैशन उद्योग में बहुत से बदलाव देखे हैं. उनका कहना है कि व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है. फैशन के प्रति रुझान और ड्रेसअप से लगाव के लिए नीता लोगों का शुक्रिया अदा करती हैं.
एक साक्षात्कार के दौरान नीता ने बताया, “हमारे देश में फैशन के प्रति बढ़ी जागरुकता और समाज के सभी वर्गो की ट्रेंड के मुताबिक कपड़ों की बढ़ती मांग के चलते भारतीय फैशन उद्योग गंभीर व्यवसाय बनने की ओर अग्रसर हो रहा है. सबसे बड़ा बदलाव ब्रांडेड कपड़े और तैयार कपड़ों का है.”
भारत के सर्वाधिक पुरस्कृत डिजाइनर्स में से एक नीता को दुल्हन का सोलह श्रृंगार भारतीय संस्कृति की सबसे खूबसूरत चीजों में से एक लगता है.
‘लम्हे’, ‘देवदास’, ‘बालगंधर्व’ और ‘जोधा अकबर’ फिल्मों के लिए नीता ने अब तक चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं. अपने करियर के दौरान उन्होंने भारतीय सिनेमा के अच्छे और बड़े सितारों के लिए डिजाइन किया है और कई बड़े निर्देशकों के साथ काम किया है.
नीता ने सात से ज्यादा भाषाओं में 300 से अधिक भारतीय फिल्मों और अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं में काम किया है. भारत की पहली फोटोरियलिस्टक परफॉरमेंस कैप्चर फिल्म ‘कोचादाइयां – द लीजेंड’ में डिजाइनिंग से उनके करियर में एक और नया आयाम जुड़ गया है.
दक्षिण की फिल्मों के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत अभिनीत ‘कोचादाइयां – द लीजेंड’ का निर्देशन रजनीकांत की बेटी सौंदर्या रजनीकांत अश्विन ने किया है. फिल्म में आर. सरत कुमार, दीपिका पादुकोण, जैकी श्रॉफ, शोभना और आदि पिनिसेट्टी जैसी हस्तियां भी नजर आएंगी.
नीता कहती हैं, “‘कोचादाइयां’ का हिस्सा होना निश्चित रूप से मेरे करियर में मील का पत्थर है. मैंने फिल्म के सभी कलाकारों की वेशभूषा और लुक की संकल्पना और डिजाइनिंग की है.”
वह आगे कहती हैं, “यह फिल्म मेरी पिछली बॉलीवुड फिल्मों से एकदम अलग है क्योंकि ‘कोचादाइयां – द लीजेंड’ भारत की पहली फोटोरियलिस्टिक परफारमेंस कैप्चर फिल्म है. खास बात रजीकांत के लुक की थी, जो फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे हैं.”
सही लुक के लिए काफी शोध की जरूरत होती है. हर किरदार के लिए लगभग 150 पोशाकें डिजाइन की गई थीं जिनमें से 20-25 का चयन हुआ.
नीता ने खासातौर से रजनीकांत और उनके सहायक कलाकारों की कवच पोशाक के लिए 20 से 30 डिजाइन तैयार किए थे. नीता ने बताया, “कास्ट्यूम्स को पहले स्केच किया गया और फिर उन्हें रंगा गया और सीजी टेक्नीशियनों द्वार एक ड्राईंग तैयार की गई. स्केचिंग और री-स्केचिंग की प्रक्रिया में छह से आठ महीने लगे.”
उन्होंने बताया, “सही लुक के लिए बहुत अनुसंधान किया गया, खासतौर से सही कपड़े के साथ रंगों, और इसकी चमक और कढ़ाई के विवरण में काफी खोजबीन करनी पड़ी.”
यहां तक कि गहनों के लिए भी काफी शोध करना पड़ा. नीता कहती हैं, “गहनों के लिए स्केच की जरूरत होती है. कवच के लिए काफी विवरण की जरूरत थी और इसे सावधानी और समझ के साथ बनाया गया.”
नीता श्रीदेवी और हेमा मालिनी को सबसे स्टाइलिश भारतीय हस्तियां मानती हैं.