भारत पिछड़ा स्वास्थ्य के मामले में
नई दिल्ली: आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) द्वारा जारी ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक भारत स्वास्थ्य के मामले में एक पिछड़ा देश है. विश्वभर में ओईसीडी संगठन के 34 देश सदस्य हैं.
ओईसीडी के अनुसार भारत में स्वास्थ्य पर किये जाने वाला खर्च सकल घरेलू उत्पादन का केवल 4.1 प्रतिशत है. जबकि ओसेड देशो का औसत खर्च 9.5 प्रतिशत है. सबसे ज्यादा स्वास्थ्य पर खर्च अमेरीका करता है 17.6 प्रतिशत. यह तुलना ओसेड ने वर्ष 2010 के आकड़ों के आधार पर की है.
इसी कारण प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य पर खर्च जो किया जाता है उसमें भारत नीचे के पायदान पर है. ओसेड देशों में औसतन प्रति व्यक्ति पर 3268 अमेरीकी डालर खर्च किया जाता है. भारत में सिर्फ 132 अमेरीकी डालर खर्च किया जाता है.
स्वास्थ्य पर हो रहे खर्च का केवल 29.2 प्रतिशत ही सरकार वहन करती है .जबकि ओसेड देशो में औसतन सरकार द्वारा किया जाने वाला खर्च 72.2 प्रतिशत है.
केवल ऐसा नही है कि भारत में स्वास्थ्य पर कम खर्च किया जाता है ब्लकि चिकित्सको की संख्या भी यहा तुलनात्मक रूप से कम है. ओईसीडी देशो में औसतन प्रति 1000 व्यक्तियों के लिये 3.1 फीजिशियन हैं वही भारत में 0.9 हैं. जहा तक चिकित्सीय सेवा के लिये नियुक्त नर्सो की संख्या की बात है भारत में प्रति 1000 व्यक्तियों के लिये केवल 1 नर्स है. ओसेड देशो में औसतन 1000 व्यक्तियो के लिये 8.7 नर्से हैं.
इन्ही सब कारको के चलते भारत में औसत जीवन काल भी अन्य ओईसीडी देशो से कम है. भारत में औसत जीवन काल 64.8 र्ष है जो ओईसीडी देशो में 79.8 वर्ष है.