पाकिस्तान की हरकतों से निराश: मोदी
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को सार्थक वार्ता के लिये माहौल बनाना पड़ेगा. प्रधानमंत्री का इशारा इस ओर था कि पाकिस्तान आतंकवाद तथा हिंसा को बढ़ावा दे रहा है. जाहिर है कि ऐसे माहौल में भारत के लिये उसके साथ वार्ता जारी रखना फिजूल होगा. पाकिस्तान के तमाशाबीन बने रहने पर उन्होंने कहा कि वे वार्ता के प्रयासों में पाकिस्तान को तमाशबीन बनते देख कर बेहद हताश हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान में शांति और स्थायित्व को लेकर भी चिंता जाहिर की और जोर देकर कहा कि भारत उस देश में शांति और समृद्धि के लिए अपने प्रयासों के प्रति प्रतिबद्ध है.
अपनी जापान यात्रा की पूर्व संध्या पर जापानी मीडिया के साथ बातचीत में मोदी ने कहा, “भारत की इच्छा पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण, दोस्ताना आज्ञैर सहयोगी संबंध बनाने की है. मई 2014 में जब मेरी सरकार ने शपथ ली थी तब प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ मेरी मुलाकात अत्यंत बेहतर रही. शरीफ उस समारोह में आमंत्रित थे.”
उन्होंने कहा, “हमने मिलकर फैसला लिया था कि विदेश सचिवों की मुलाकात हो और वे रिश्तों को आगे ले जाने के रास्ते की तलाश करें. भारत को पाकिस्तान के साथ शिमला और लाहौर घोषणा पत्र के दायरे में किसी भी द्विपक्षीय मुद्दे पर बातचीत करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है.”
उन्होंने कहा कि भारत इस बात से हताश है कि पाकिस्तान इन प्रयासों का तमशबीन बनना चाहा और उसने जम्मू एवं कश्मीर के अलगावादियों के साथ विदेश सचिवों की मुलाकात से ऐन पहले बातचीत की. गौरतलब है कि मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही पाकिस्तान के साथ वार्ता शुरु करने के लिये पहल की थी जिसके एवज में पाकिस्तान ने भारत में अलगाववादियों को अपने दिल्ली स्थित उच्चायोग में निमंत्रण देकर मुलाकात की थी. जिसके बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ प्रस्तावित सचिव स्तर की वार्ता को रद्द कर दिया था.