खेल

भारत को जूनियर महिला हॉकी में कांसा

बर्लिन | एजेंसी: भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने जर्मनी में संपन्न हुए विश्वकप में इंग्लैंड को 3-2 (1-1) से हराकर पहली बार कांस्य पदक पर कब्जा किया है. सेमीफाइनल में नीदरलैंड से 3-0 से हारकर तीसरे स्थान के लिए खेल रही भारतीय लड़कियों ने रविवार को खेले गए प्लेऑफ मुकाबले में इंग्लैंड को पेनाल्टी शूटआउट में 3-2 से हराया.

निर्धारित समय तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं. इसके बाद मैच का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से करने का फैसला किया गया. निर्धारित समय में भारत के लिए रानी ने 13वें मिनट में फील्ड गोल किया जबकि इंग्लैंड की ओर से एना टोमान ने 55वें मिनट में बराबरी का गोल किया.

पेनाल्टी शूटआउट में इंग्लैंड की एना टोमान पहला गोल चूक गईं, जबकि रानी ने पेनाल्टी शूटआउट पर पहला गोल दागकर भारत को 1-0 से बढ़त दिला दी. पेनाल्टी शूटआउट के पहले छह शॉट तक भारत ने बढ़त बनाए रखी, क्योंकि भारत की नवनीत कौर, वंदना कटारिया और नवजोत कौर तथा इंग्लैंड की लूसी हाइम्स, शोना मैक्लिन और जो लीफ ने अपने-अपने शॉट मिस कर दिए.

इसके बाद अंतत: एमिली डीफ्रोंड ने इंग्लैंड के लिए गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया. इसके बाद पूनम रानी द्वारा गोल मिस किए जाने से भारत सडेन डेथ की स्थिति में पहुंच गया.

रानी ने फिर से इस बार भारत को संकट से उबारा और गोल कर भारत को 2-1 से बढ़त दिला दी. एमिली ने फिर से स्कोर को 2-2 कर दिया.

इसके बाद भारत की तरफ से पूनम रानी और इंग्लैंड की तरफ से शोना मैक्लिन अपने-अपने गोल चूक गईं. अंतत: नवनीत कौर ने भारत को 3-2 से बढ़त दिलाई, जबकि इंग्लैंड की एना गोल करने से चूक गईं. महिला जूनियर हॉकी विश्वकप का खिताबी मुकाबला नीदरलैंड्स और अर्जेटीना के बीच खेला जाएगा.

हॉकी इंडिया ने टीम की इस सफलता पर खिलाड़ियों को बधाई देते हुए प्रत्येक खिलाड़ी और मुख्य कोच को एक-एक लाख और सहयोगी स्टाफ को 50-50 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की.

error: Content is protected !!