J&K भारत का राज्य: सुमित्रा महाजन
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: पाकिस्तान में होने जा रहे कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन के सम्मेलन में भारत विरोध स्वरूप भाग नहीं लेगा. पाकिस्तान में होने जा रहे इस सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर को छोड़कर भारत के सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों को बुलाया गया है. जाहिर है कि ऐसा करके पाकिस्तान जतलाना चाहता है कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. वहीं, भारत पाकिस्तान के इस सांकेतिक राजनयिक झासे में आने के बजाये इसका विरोध करेगा तथा सम्मेलन का बहिष्कार करेगा. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के इस निर्णय का सभी राज्यों ने समर्थन किया है. उल्लेखनीय है कि इस्लामाबाद में होने वाले कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन के सम्मेलन का भारत बहिष्कार करेगा. पाकिस्तान ने इस सम्मेलन के लिए जम्मू एवं कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को न्योता नहीं भेजा है. उसका कहना है कि जम्मू एवं कश्मीर दोनों देशों के बीच एक विवादित क्षेत्र है.
सम्मेलन 30 सितंबर से 8 अक्टूबर तक होना है. पाकिस्तान ने जम्मू एवं कश्मीर को छोड़कर भारत के सभी राज्यों की विधानसभाओं के अध्यक्ष और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सम्मेलन में शामिल होने की दावत दी है.
महाजन ने संवाददाताओं से कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को न बुलाने की वजह से भारत सम्मेलन का बहिष्कार करेगा. देश के सभी राज्यों की विधानसभाओं ने इस फैसले का समर्थन किया है.
महाजन ने कहा, “हमने फैसला किया है कि अगर जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष को नहीं बुलाया जाता तो फिर भारत सम्मेलन का बहिष्कार करेगा. सम्मेलन का स्थान बदला जाए, नहीं तो भारत हिस्सा नहीं लेगा.”
जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष कविंद्र गुप्ता ने इस फैसले के लिए राज्यों की विधानसभाओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. आस्ट्रेलिया और कनाडा भी हमारे फैसले से राजी हैं.”
गुप्ता ने कहा, “पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए. बहिष्कार से विश्व समुदाय के सामने बड़ा संदेश जाएगा.” गौरतलब है कि पाकिस्तान हर संभव अंतर्राष्ट्रीय मंच पर जम्मू-कश्मीर के विवाद को जिंदा रखना चाहता है. भारत ने इस बार भी इसका कड़ा जवाब देने का निर्णय लिया है.