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मिडिल क्लास को आयकर में राहत ?

नई दिल्ली | संवाददाता: आयकर में छूट की सीमा 5 लाख तक हो सकती है. मोदी सरकार इस मूड में है कि मिडिल क्लास को आयकर में छूट दी जाये. फिलहाल यह छूट 2 लाख रुपय तक के वार्षिक आय पर है. इस बात के कयास लगाये जा रहें हैं कि यह सीमा 2 लाख से बड़ाकर 5 लाख रुपयों तक की जा सकती है.

खबर है कि इसके लिये वित्त मंत्रालय ने केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, सीबीडीटी से कहा है कि आकलन करके बताये कि आयकर में कितनी छूट आम आदमी को दी जा सकती है. इअसी के साथ सीबीडीटी से कहा गया है कि इससे सरकार के आमदनी में कितनी कमी आयेगी इस बाक का भी आकलन प्रस्तुत करें.

जानकारों का मानना है कि अगर इस वक्त इनकम टैक्स छूट 5 लाख रुपये कर दी जाए, तो सरकार को सीधे 60,000 से 70,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा. इसी तरह होम लोन पर टैक्स छुट बढ़ाने पर 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा. हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर छूट बढ़ाने से 250 करोड़ रुपये का नुकसान होगा.

दिल्ली स्थित सूत्रों का कहना है कि यह भी हो सकता है कि सरकार बीच का रास्ता निकालें. जिसमें आयकर में छूट की सीमा को बढ़ा दिया जाये तथा साथ में हेल्थ प्रीमियम और होम लोन छूट को भी बढ़ाने की बात है. इससे आम आदमी को काफी राहत मिलेगी.

गौरतलब है कि यूपीए सरकार के समय यशवंत सिन्हा वाली संसदीय समिति ने इस बात की सिफारिश की थी कि इनकम छूट सीमा 5 लाख रुपये तक कर दी जाए. हालांकि, जब तक नई सरकार का बजट न आ जाये कयासों का बाजार गर्म रहेगा.

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