सुधार प्रक्रिया में सुधार हो: मोदी
ब्रिस्बेन | एजेंसी: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुधर प्रक्रिया में सुधार होना चाहिये. उन्होंने जोर देकर कहा कि सुधार को छुपाकर या छळ से नहीं लागू किया जा सकता है. सुधार की प्रक्रिया में जनता को शामिल करना आवश्यक है तभी यह सफळ हो सकता है. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां जी20 के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सुधारों को छल से या चुपचाप लागू नहीं किया जा सकता, यह जनता द्वारा संचालित होना चाहिए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने एक ट्वीट में यह जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 की बैठक में कहा कि सुधारात्मक कार्य ‘लोक केंद्रित और जनता द्वारा संचालित’ होने चाहिए.
मोदी ने कहा, “सुधारों का प्रतिरोध तो स्वाभाविक है.. इसे राजनीतिक दबाव से परे होना चाहिए. सुधार जनता द्वारा संचालित होने चाहिए.. छल से या चुपचाप लागू नहीं किए जाने चाहिए.”
मोदी ने आगे कहा, “वैश्विक स्तर पर सरकार की योजनाओं और कार्यक्रम के तहत लागू किए गए सुधारात्मक कार्य असहाय और अक्षम होते हैं, जनता पर बोझ होते हैं. इसे बदले जाने की जरूरत है.”
उन्होंने कहा, “सुधार एक सतत एवं चरणबद्ध प्रक्रिया है.. इसे संस्थागत होना चाहिए.”
मोदी ने कहा, “सुधारों को प्रक्रिया सहज बनाने वाला होना चाहिए..और शासन की प्रक्रिया में सुधार किया जाना चाहिए.”