दहशतगर्दी का सरगना यासिन भटकल गिरफ्तार
नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने भारत-नेपाल सीमा से दहशत के सरगना यासिन भटकल को गिरफ्तार कर लिया है. भटकल आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का संस्थापक है. केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इस बात की पुष्टि की है तथा बताया कि फिलहाल यासिन भटकल बिहार पुलिस की हिरासत में है तथा उससे पूछताछ जारी है.
12 राज्यों की आतंक निरोधक एजेंसियों द्वारा यासिन के खिलाफ दायर आरोप पत्रों के मुताबिक वह 2008 से हुए कम से कम 10 बम धमाकों का प्रमुख सूत्रधार रहा है जिनमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, जयपुर, बनारस, मुंबई, हैदराबाद और पुणे के जर्मन बेकरी बम विस्फोट शामिल हैं. भटकल हाल ही में बिहार के महोबोधि मंदिर परिसर में हुए नौ बम धमाकों का भी मुख्य आरोपी है.
बोधगया धमाकों के बाद बिहार पुलिस ने 12 आतंकवादियों की तस्वीर जारी की थी. जिसमें यासिन भटकल की तस्वीर भी थी. भटकल को वेश-भूषा बदलने में माहिर माना जाता है. इसी वजह से वह साल 2009 में कोलकाता पुलिस द्वारा नकली नोट के मामले में पकड़े जाने के बाद भी झांसा देकर भाग निकले में कामयाब रहा था.
यासिन की गिरफ्तारी को आतंक के खिलाफ भारत की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. 30 वर्षीय यासिन भटकल को आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापको में से एक है.
यासिन भटकल पर भारत सरकार ने 10 लाख रुपयों का इनाम घोषित कर रखा था. इस बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भटकल की गिरफ्तारी की सूचना दे दी है. कुछ दिनों पहले भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार टुंडा द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही भटकल को गिरफ्तार किया जा सका है.
1973 में जन्मा यासिन भटकल मूलतः कर्नाटक का रहने वाला है. वह 2008 में फर्ज़ी नोट के मामले में हुआ था गिरफ्तार. इतना ही नही वरन् 2011 में पुणे के जर्मन बेकरी धमाकों में उसका हाथ बताया जाता है. ऐसी खबर है कि यासिन भटकल पाकिस्तान, खाड़ी देशों में रहता था.