भूख मिटाने में छत्तीसगढ़ को 100 में से 27 अंक
रायपुर | संवाददाता : छत्तीसगढ़ में सरकार की तमाम योजनाओं के बाद भी भूख पीछा नहीं छोड़ रहा है. नीति आयोग के एसडीजी यानी सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में शून्य भूख की दिशा में उठाये गये क़दम के लिहाज से राज्य को 100 में से केवल 27 अंक मिले हैं.
इस सप्ताह जारी किये गये सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में छत्तीसगढ़ को 16 में से 4 मानको पर बेहतर पाया गया है. इसके अलावा 6 मानक थोड़ी राहत वाले माने जा सकते हैं. लेकिन शेष 6 मानकों के मामले में छत्तीसगढ़ का हाल बुरा है.
गौरतलब है कि एसडीजी यानी सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक छत्तीसगढ़ की हालत ख़राब है. इसी सप्ताह जारी की गई एसडीजी रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ को देश के 28 राज्यों में 21वां स्थान मिला है. नीति आयोग की इस रिपोर्ट के लिये मूल रुप से 2015 से 2018 तक के आंकड़ों का उपयोग किया गया है. इस दौरान राज्य में रमन सिंह की भाजपा सरकार थी.
इस सूचकांक में छत्तीसगढ़ को महज 56 अंक मिले हैं.
एसडीजी यानी सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में शून्य भूख को बड़ा लक्ष्य माना गया है. इसमें छत्तीसगढ़ की हालत सबसे खराब है. राज्य को शून्य भूख के मामले में महज 27 अंक मिले हैं. यह तब है, जब राज्य सरकार भूख मिटाने की दिशा में कई योजनाओं के क्रियान्वयन का दावा करती रही है.
इसी तरह जलवायु के क्षेत्र में काम करने यानी क्लाइमेट एक्शन के क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ का सूचकांक 29 है.
उद्योग, नवाचार और अधोसंरचना को लेकर छत्तीसगढ़ चाहे कितने भी दावे कर ले, इस क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का सूचकांक केवल 38 है. इसी तरह लैंगिक समानता में राज्य को 43 अंक मिले हैं.
सस्टेनेबल सिटिज एंड कम्युनिटी की दिशा में भी राज्य को 100 में से 49 अंक ही मिले हैं. देश में ग़रीबी के मामले में राज्य को पिछले कई सालों से देश में सबसे ग़रीब माना जाता रहा है. इस सूची में भी छत्तीसगढ़ को 49 अंक मिले हैं.
इस मामले में बेहतर
इस सूचकांक के 6 मानक ऐसे हैं, जिनमें राज्य की हालत थोड़ी ठीक है. छत्तीसगढ़ को बेहतर स्वास्थ्य में 52, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में 52, वहनयोग्य व स्वच्छ ऊर्जा में 56, टिकाउ उपभोग व उत्पादन में 58 और असमानता दूर करने की दिशा में 60 अंक मिले हैं.
सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में छत्तीसगढ़ को जिन चार मानकों पर बेहतर माना गया है, उनमें लाइफ एंड लैंड यानी जीवन और ज़मीन के लिये 97 अंक मिले हैं. इसी तरह स्वच्छ जल और स्वच्छता में राज्य को 92 अंक मिले हैं.
इसी तरह राज्य को शांति, न्याय और मज़बूत संस्थान के लिये 71 अंक दिये गये हैं. संतोषजनक कार्य और आर्थिक विकास के लिये राज्य को 67 अंक मिले हैं.