गाजा में मानवाधिकार उल्लंघन की जांच
जेनेवा | एजेंसी: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में गाजा पट्टी में इजरायल के हवाई हमले के दौरान हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन की जांच के लिए प्रस्ताव पारित किया गया.
परिषद के 22 सदस्यों और 16 पर्यवेक्षक देशों के अनुरोध पर एक दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन किया गया. फिलिस्तीन समर्थित इस प्रस्ताव के पक्ष में 29 वोट पड़े जबकि विरोधस्वरूप 17 सदस्य अनुपस्थित रहे और अमेरिका ने विपक्ष में मतदान किया. अनुपस्थित रहने वाले सदस्यों में 10 यूरोपीय देश हैं.
प्रस्ताव में ‘फिलिस्तीन के क्षेत्र पर कब्जे’ और इजरायली सेना की कार्रवई को मानवाधिकारों एवं मौलिक स्वतंत्रत का उल्लंघन करार देते हुए इसकी निंदा की गई है.
इसमें किसी भी स्थान पर लोगों के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुए पूर्वी जेरूसलम सहित ‘फिलिस्तीन के क्षेत्र’ में इजरायल की सैन्य कार्रवाई तत्काल रोकने की मांग की गई है. प्रस्ताव में पूर्वी जेरूसलम और गाजा पट्टी में मानवाधिकाकर कानून और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के उल्लंघन की जांच के लिए अंतर्राष्ट्रीय व स्वतंत्र आयोग भेजने की बात भी कही गई है.
संयुक्त राष्ट्र के हालिया आंकड़े के अनुसार, गाजा पट्टी में जारी इजरायली सेना के ‘प्रोएक्टिव एज’ अभियान में अब तक 600 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है. इस हमले में 1,40,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं.