हिमयुग में कैसे बचे कपि-मानव?
कुनमिंग | समाचार डेस्क: चीनी वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि यूरेशिया महादेश में आज से 2.3 करोड़ साल पहले हिमयुग में किस तरह आखिरी होमीनोइज (कपि-मानव) जीवित रहा.
वर्ष 2009 में दक्षिण-पश्चिम चीन के युनान प्रांत के झाओटोंग शहर में एक जीवाश्म बरामद हुआ था, जिसे यूरेशिया महादेश में हिमयुग का आखिरी बचा हुआ होमीनोइड माना जाता है.
इस जीवाश्म के अध्ययन से वैज्ञानिकों ने पाया कि तिब्बती पठार पर एशियाई मॉनसून का काफी प्रभाव है. इस कारण वैश्विक हिमयुग में चीन के युनान प्रांत में तुलनात्मक रूप से गर्म और नमी से भरपूर वातावरण था. हिमयुग के दौरान कपि-मानवों ने यहीं शरण ली थी. कपि-मानव वर्तमान मनुष्यों के विकास के पिछले चरण के सदस्य हैं.
उस समय यूरेशिया और अफ्रीका में कपि-मानवों की आबादी 1.7 करोड़ से लेकर 1.5 करोड़ तक थी, लेकिन शीतकाल में इनकी आबादी तेजी से घट गई.
यह शोध सोमवार को नेचर से संबंद्ध पत्रिका साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित किया गया है. इसे चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस के तहत इंस्टीट्यूट ऑफ जियोलॉजी के साथ मिलकर युनान आर्कियोलॉजी इंस्टीट्यूट ने किया है.
इस शोध से जुड़े मुख्य वैज्ञानिक सीएएस के सहायक शोधकर्ता झांग चुनशिया ने कहा, “यह कपि-मानवों के विकास और विलुप्ति पर शोध का नया और अनूठा तरीका प्रदान करता है.”