B’desh में हिंदू पुजारी की हत्या
ढाका | समाचार डेस्क: बांग्लादेश में अपने से दिगर विचार रखने वालों की हत्या का दौर बदस्तूर जारी है. बांग्लादेश के खुलना में अल्पसंख्यक हिंदू पुजारी की हत्या कर दी गई है. अब तक किसी संगठन ने उन्हें मारने की जिम्मेदारी नहीं ली है और न ही पुलिस किसी को गिरफ्तार कर सकी है.
बांग्लादेश में मंगलवार को अज्ञात हमलावरों ने एक वृद्ध हिंदू पुजारी की निर्दयता से हत्या कर दी. इलाके के पुलिस प्रमुख एहसान अजीजुर रहमान के अनुसार, खुलना प्रांत के झेनैदा जिले में तीन हमलावरों के एक समूह ने पुजारी अनंत गोपाल गांगुली पर उस वक्त चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला किया, जब वह धान के खेत से होकर अपने मंदिर जा रहे थे.
पुलिस प्रमुख ने समाचार एजेंसी ‘एफे’ को बताया, “तीन हमलावर एक मोटरसाइकिल से आए और उनके सिर में चाकू घोंप दिए और उसके बाद फरार हो गए. गांगुली एक प्राचीन मंदिर के पुजारी थे.”
उन्होंने कहा कि पुजारी को पूर्व में जान से मारने संबंधी कोई धमकी नहीं मिली थी.
उन्होंने कहा, “हम फिलहाल किसी समूह पर उंगली नहीं उठाना चाहते, लेकिन यह इस साल इलाके में ऐसी दूसरी घटना है. जनवरी में इस जगह से करीब 20 किलोमीटर दूर धर्म परिवर्तन करने वाले एक ईसाई को चाकू घोंप दिया गया था.”
बांग्लादेश में अप्रैल से अब तक इस तरह से अलग-अलग जगहों पर 11 लोगों की हत्या हो चुकी है.
मारे गए लोगों में एक धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ता, नास्तिकतावाद का आरोपी प्रोफेसर, दो समलैंगिक कार्यकर्ता, दो हिंदू व्यापारी, एक सूफी आध्यात्मिक गुरु व होम्योपैथी का एक डॉक्टर शामिल है, जिस पर ईसाई धर्म के प्रचार का आरोप था.
इनमें से कुछ हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट और अन्य हमलों की जिम्मेदारी अल-कायदा की शाखा ने ली है.
बांग्लादेश की 16 करोड़ आबादी में से करीब 90 फीसदी मुसलमान हैं. यहां हिंदू मुख्य अल्पसंख्यक समूह हैं.