झारखंड का कोयला खदान हिंडाल्को की झोली में
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: कोयला ब्लॉक नीलामी के दूसरे दिन रविवार को आदित्य बिड़ला की कंपनी हिंडाल्को को झारखंड का कोयला खदान मिला. झारखंड के कथुआटिया खान के लिए कंपनी ने 2,860 रुपये प्रति टन की बोली लगाई, जो दूसरी प्रतियोगी कंपनियों के मुकाबले अधिक थी.
कोयला सचिव अनिल स्वरूप ने यहां संवाददाताओं को कहा, “इस नीलामी का मतलब है झारखंड को हर साल 228 करोड़ रुपये और खान के पूरे 30 साल के जीवन काल के लिए 6,800 करोड़ रुपये मिलेंगे.”
कोयला मंत्रालय से यहां जारी एक बयान में कहा गया है, “नीलामी प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन बोली और ऑफलाइन सहायक दस्तावेज की प्रक्रिया आज ही बोली लगाने वालों की मौजूदगी में खोली गई.”
रविवार को तीन ब्लॉकों को नीलामी के लिए रखा गया था. ये थे – महाराष्ट्र का बेलागांव, झारखंड का कथुआटिया और पश्चिम बंगाल का सरिसाटोली.
बेलागांव को गैर नियमित क्षेत्र के लिए आरक्षित रखा गया है और इसके लिए चुनी गई बोली लगाने वाली कंपनियों में हैं भारत एल्युमिनियम कंपनी, रिलायंस सीमेंट, सनफ्लैग आयरन एंड स्टील और टॉपवर्थ ऊर्जा एंड मेटल्स.
सरिसाटोली बिजली क्षेत्र के लिए आरक्षित है. यह सबसे कम बोली लगाने वाले को मिलेगा. इसके लिए बोली लगाने के लिए चुनी गई कंपनियों में शामिल है अडाणी पावर, सीईएससी, जीएमआर छत्तीसगढ़ एनर्जी, हल्दिया एनर्जी और शीशम कमर्शियल.
नीलामी के प्रथम दिन रिलायंस सीमेंट और जीएमआर समूह ने कुल दो ब्लॉक हासिल किए थे.
गत वर्ष सितंबर में सर्वोच्च न्यायालय ने 214 खानों का आवंटन रद्द कर दिया था. इन खानों का आवंटन 1993 से 2010 के बीच किया गया था.