हेमा मालिनी भूमि विवाद में
मुंबई | मनोरंजन डेस्क: भाजपा सांसद हेमा मालिनी का नाम एक और भूमि विवाद में सामने आया है. उन पर एक आरटीआई कार्यकर्ता ने ओशिवारा में सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है. इससे पहले भी हेमा मालिनी पर 1997 में भूमि कब्जाने का आरोप लगा था. प्रख्यात अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ हेमा मालिनी की मुंबई के अंधेरी इलाके में एक नृत्य स्कूल खोलने की योजना विवाद में घिरती नजर आ रही है. एक आरटीआई कार्यकर्ता ने गुरुवार को हेमा मालिनी पर नृत्य स्कूल के लिए भूमि कब्जाने का आरोप लगाया है.
एक महीने पहले महाराष्ट्र सरकार ने भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी को नृत्य स्कूल खोलने के लिए पॉश उपनगरीय इलाके ओशिवारा में 2000 वर्ग मीटर की भूमि आवंटित की थी.
सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गलगली को सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार, हेमा मालिनी को करोड़ों की कीमत वाली यह भूमि मात्र 70,000 रुपये में आवंटित कर दी गई.
गलगली ने कहा, “इतना ही नहीं, हेमा मालिनी को मुंबई के पॉश इलाके में भूमि आवंटित करने का यह दूसरा वाकया है. इससे पहले 1997 में शिवसेना-भाजपा की गठबंधन सरकार के दौरान भी उन्हें एक भूमि आवंटित की गई थी, लेकिन वह भूमि चूंकि तटवर्ती नियमन क्षेत्र में आता था इसलिए वह उस पर निर्माण नहीं करा सकीं.”
गलगली ने दावा किया कि हेमा मालिनी ने पहले आवंटित हुई भूमि अब तक नहीं लौटाई है और मौजूदा राज्य सरकार ने उन्हें दूसरी भूमि भी आवंटित कर दी.
गौरतलब है कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला को पश्चिम अंधेरी में एक भूमि आवंटित की गई थी, जिसे तत्कालीन विपक्ष शिव सेना और भाजपा के विरोध के बाद उन्हें फरवरी, 2014 में लौटाना पड़ा था.
मुंबई उपनगर जिला कलेक्टर के यहां दर्ज विवरण के अनुसार हेमा मालिनी को यह भूमि मात्र 35 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से आवंटित की गई है.