कैंसर, हृदय रोग में मददगार जीन
लंदन | एजेंसी: वैज्ञानिकों ने उस जीन को खोज लिया है, जो मानव शरीर में रक्त नलियों के निर्माण के लिए जिम्मेदार है. इससे कैंसर और हृदय रोगों के नियंत्रण में चिकित्सकों को सहायता मिलने की उम्मीद है. गौरतलब है कि इससे शरीर के कैंसर ग्रस्त हिस्से में खून का बहाव बंद करके उस पर नियंत्रण पाने की उम्मीद की जा रही है. उसी तरह से इस जीन की मदद से हृदय तथा धमनियों में रक्त संचार को नियंत्रित किया जा सकता है जिससे हृदय रोगियों को मदद मिलेगी.
ब्रिटेन में युनिवर्सिटी ऑफ लीड्स के प्रोफेसर डेविड बीच ने कहा, “शरीर में रक्त नली का निर्माण शुरुआती दौर में नहीं होता, बल्कि इसका निर्माण नदी के निर्माण की ही तरह होता है. मतलब शरीर में रक्त दौड़ने के बाद ही रक्त नलियों का निर्माण शुरू होता है.”
निष्कर्ष के मुताबिक, पीजो 1 नामक यह जीन शरीर को संदेश देता है कि शरीर में रक्त बहाव सही रूप से हो रहा है, साथ ही यह नई रक्त नलियों के निर्माण का संकेत देता है.
बीच कहते हैं, “जींस एक प्रोटीन को रक्त नलियों का जाल बनाने का निर्देश देता है, जो रक्त बहाव के कारण यांत्रिक तनाव के प्रतिक्रिया स्वरूप पूरी तरह खुल जाती है और एक विकसित रक्त नली का रूप ले लेती है.”
इस महत्वपूर्ण खोज के बाद वैज्ञानिक इस जीन में हेरफेर के बाद इसका प्रभाव कैंसर जैसी घातक बीमारी पर देखना चाहते हैं, क्योंकि कैंसर कोशिकाओं को वृद्धि के लिए रक्त की आवश्यकता होती है. वहीं इसके प्रभाव का हृदय रोगों पर भी अध्ययन की योजना है, जिसमें रक्त नलियों में पपड़ी जम जाती है, जिसके कारण रक्त के बहाव में परेशानी होती है.