राष्ट्र

‘कुरुक्षेत्र’ में करोड़पतियों का ‘महाभारत’

चंडीगढ | समाचार डेस्क: कभी महाभारत के कुरुक्षेत्र रहे आज के हरियाणा में करोड़पतियों के बीच में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. गौरतलब है कि 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में कांग्रेस के 90 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. भाजपा के 86 फीसदी और आईएनएलडी के 82 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. इस प्रकार से प्रमुख पार्टियों के 86 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. उल्लेखनीय है कि कभी इसी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में “सुई की नोंक के बराबर जमीन” के लिये महाभारत का युद्ध लड़ा जा चुका है. जाहिर है कि इस बार का चुनाव जमीन के लिये नहीं बल्कि विधायक की कुर्सी के लिये लड़ा जा है इसीलिये इसे करोड़पतियों का ‘महाभारत’ कहा जा सकता है.

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स के एक अध्ययन के अनुसार, 2009 के विधानसभा चुनाव के विपरीत, जब सिर्फ 32 फीसदी उम्मीदवार ही करोड़पति थे, 15 अक्टूबर के चुनाव में जोर आजमाइश कर रहे 52 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं.

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स के जगदीप चोखर ने कहा, “2009 के विधानसभा चुनाव में 380 उम्मीदवार करोड़पति थे, यह संख्या इस बार 563 है.”

पार्टी के आधार पर यह आंकड़ा देखें, तो कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और इंडियन नेशनल लोक दल के पास सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार हैं. इनमें से प्रत्येक के पास घोषित राशि कम से कम एक करोड़ रुपये से ऊपर है.

दोबारा चुनाव लड़ रहे 67 विधायकों की संपत्ति में औसतन 156 फीसदी की वृद्धि हुई है. 2009 के चुनाव में इन नेताओं के पास 7.30 करोड़ रुपये थे, जो अब 18.71 करोड़ रुपये हो गए हैं. पिछले पांच सालों में इनकी संपत्ति 11.41 करोड़ रुपये बढ़ गई है.

इन उम्मीदवारों में महेंद्रगढ़ जिले के रवि चौहान और अनिता चौहान के पास 212-212 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इसके बाद जन चेतना पार्टी की उम्मीदवार शक्ति रानी के पास 166 करोड़ रुपये, विनोद शर्मा के पास 153 करोड़ रुपये, पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के पास 114 करोड़ रुपये और देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल के पास 113 करोड़ रुपये की संपत्ति है.

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स के अनुसार, उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2009 के 2.05 करोड़ रुपये की तुलना में 4.54 करोड़ रुपये है.

error: Content is protected !!