छत्तीसगढ़ समेत 10 राज्यों के राज्यपाल बदले
रायपुर| संवाददाताः छत्तीसगढ़ समेत दस राज्यों के राज्यपाल बदल गए हैं. शनिवार देर रात राष्ट्रपति भवन ने इसकी सूचना जारी की.
पूर्व नौकरशाह रामेन डेका को छत्तीसगढ़ का नया राज्यपाल बनाया गया है.
लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को मणिपुर के अतिरिक्त प्रभार के साथ असम का राज्यपाल बनाया गया है. वहीं, संतोष कुमार गंगवार झारखंड के नये राज्यपाल बने हैं. वे सीपी राधाकृष्णन की जगह लेंगे.
सीपी राधाकृष्णन को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
गुलाब चंद कटारिया को बनवारीलाल पुरोहित के स्थान पर पंजाब का राज्यपाल बनाया गया है.
हरिभाऊ किसनराव बागड़े राजस्थान के नए राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं.
इसी तरह जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना, ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम, संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है.
उधर, पंजाब के मौजूदा राज्यपाल बनवारी लाल का इस्तीफा मंजूर करते हुए गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया गया है.
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल हरिचंदन और महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस की विदाई हो गई है. दोनों को एक और कार्यकाल नहीं मिला है.
कौन है रामेन डेका?
रामेन डेका का जन्म 1 मार्च 1954 को हुआ. 70 वर्षीय रमन डेका अभी वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव हैं.
असम के रहने वाले रामेन डेका की गिनती बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में होती है. वे 1980 से राजनीति में सक्रिय हैं. वे दो बार बीजेपी की टिकट पर सांसद बन चुके हैं.
2009 में वे पहली बार असम की मंगलदोई सीट से सांसद चुने गए थे. इसके बाद 2014 में दोबारा सांसद बने. वे लोकसभा में अध्यक्षों के पैनल के सदस्य भी थे.
साथ ही डेका परामर्श समिति के सदस्य, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की केंद्रीय सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे हैं.
वे विदेश मंत्रालय और विदेश एवं प्रवासी भारतीय मामलों के सदस्य भी रह चुके हैं.
2006 में रामेन डेका असम बीजेपी के अध्यक्ष थे. राष्ट्रीय स्तर पर भी वे कई जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं. राजनीति के साथ-साथ वे सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहे हैं.
इसी सप्ताह सम्हाल सकते हैं पद
छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल रामेन डेका इसी सप्ताह पदभार सम्हाल सकते हैं. माना जा रहा है कि 31 जुलाई को वह शपथग्रहण कर सकते हैं.
1 से 3 अगस्त तक राष्ट्रपति भवन में आयोजित गवर्नर्स कांफ्रेंस में निवृतमान राज्यपालों को विदाई दी जानी है.
इस कांफ्रेंस में हरिचंदन ही शामिल होंगे. वे 31 जुलाई को दिल्ली जा रहे हैं.
सम्मेलन के एजेंडे के अनुसार हरिचंदन राजभवन में नवाचार और छत्तीसगढ़ में आदिवासी विकास योजनाओं पर अपना वक्तव्य देंगे.