राज्यपाल ने महिला पत्रकार से मांगी माफी
नई दिल्ली | संवाददाता: महिला पत्रकार का गाल थपथपा कर विवादों में आये तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने माफी मांग ली है. राज्यपाल ने एक पत्र लिख कर कहा है कि महिला पत्रकार ने अच्छा सवाल किया था, तो पोती की तरह उसे दुलार रहा था. हालांकि महिला पत्रकार ने राज्यपाल के इस माफीनामे को लेकर टिप्पणी करते हुये कहा है कि आपके इस तर्क से मैं सहमत नहीं हूं कि आपने सवाल पूछने के लिये मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया था.
इससे पहले राज्यपाल ने महिला पत्रकार को पत्र लिख कर कहा है कि मैंने किसी गलत उद्देश्य से महिला पत्रकार को नहीं छुआ था. राज्यपाल का कहना है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में आपने अच्छा सवाल पूछा था, जिसकी वजह से शाबासी के तौर पर मैंने आपको पोती के तौर पर समझा और गाल पर दुलार से हल्की सी थपकी दी थी. सफाई पत्र में कहा गया है कि अगर महिला पत्रकार को राज्यपाल के इस कदम से दुख पहुंचा है तो वो इस पर खेद प्रकट करते हैं और उसके लिए माफी मांगते हैं. पुरोहित ने 40 साल तक पत्रकारिता के पेशे में होने के अपने दावे का भी जिक्र इस पत्र में किया है.
गौरतलब है कि 78 साल के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कॉलेज की लड़कियों को अधिकारियों के साथ यौन संपर्क बनाने संबंधी एक मामले में सफाई देने के लिये पत्रकार वार्ता बुलाई थी. देवांग आर्ट्स कॉलेज की प्रोफेसर निर्मला देवी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी छात्राओं को अधिकारियों के साथ कथित रुप से यौन संपर्क बनाने का दबाव बनाया था. लड़कियों ने पूरे मामले को टेप किया और फिर उसे सार्वजनिक किया था. इसके बाद निर्मला देवी को गिरफ्तार कर लिया गया था. निर्मला देवी ने कथित रुप से युनिवर्सिटी के चांसलर और राज्यपाल पुरोहित को अपना करीबी बताया था, जिस पर सफाई देने के लिये पुरोहित ने पत्रकार वार्ता बुलाई थी.
सवाल-जवाब के दौरान एक महिला पत्रकार ने जब पुरोहित से कुछ सवाल पूछा तो राज्यपाल ने उस महिला पत्रकार का गाल थपथपा दिया था. इसके बाद महिला पत्रकार ने ट्वीट कर कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘मैं तमिलनाडु के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित से सवाल पूछ रही थी, तभी उन्होंने मेरी अनुमति के बिना ही मेरे गाल थपथपाए’. महिला पत्रकार ने कहा कि राज्यपाल को मर्यादा में रहना चाहिए.’
दूसरी ओर विपक्षी पार्टी द्रमुक ने इस घटना को अशोभनीय बताया है. द्रमुक ने का कि संवैधानिक पद पर बैठे एक व्यक्ति ने गलत किया है. द्रमुक की राज्यसभा सदस्य कनिमोई ने ट्वीट कर कहा कि सार्वजनिक पद पर आसीन व्यक्ति को अपनी मर्यादा में रहना चाहिए. उन्होंने महिला पत्रकार के निजी अंग को छुआ है, जो गरीमा की श्रेणी में नहीं आता.