जो करना हो कर ले चुनाव आयोग-मुंडे
नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे का चुनावी खर्च संबंधी बयान उन्हें मुश्किल में डालता हुआ दिख रहा है. चुनाव आयोग ने मुंडे के द्वारा गुरुवार को दिए बयान के तथ्यों की छानबीन शुरु कर दी है और साथ ही कहा है कि इससे प्राप्त जानकारी के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले कांग्रेस ने मुंडे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी.
गौरतलब है कि गुरुवार को एक पुस्तक विमोचन के दौरान दिए गए इस बयान में मुंडे ने कहा था कि उन्होंने 2009 के लोकसभा चुनावों में आठ करोड़ खर्च किए थे, कोई केस दर्ज होता है होने दीजिए.
मुंडे ने यह भी कहा था कि 1980 के मेरे पहले चुनाव में जहां मात्र 29 हजार रुपए खर्च किए थे वहीं वर्ष 2009 के लोकसभा चुनावों में मुझए आठ करोड़ रुपये खर्च करने पड़े थे. उन्होंने हंसते हुए यह भी कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस समारोह में चुनाव आयोग और आयकर विभाग का कोई अधिकारी नहीं है.
मुंडे के बयान के बाद कई विपक्षी नेताओं ने अगले चुनावों में उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की थी. इसी पर संज्ञान लेते हुए अब चुनाव आयोग ने बयान के तथ्यों के बारे में पता करने का फैसला किया है.