गोपीनाथ मुंडे की सड़क हादसे में मौत
नई दिल्ली|संवाददाता : केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे का एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया. मुंडे की कार मंगलवार की सुबह क़रीब साढ़े छह बजे हवाई अड्डे जाते हुए हादसे का शिकार हो गई.
गोपीनाथ मुंडे कार की पिछली सीट पर बैठे थे और उनकी कार को पीछे से एक वाहन ने टक्कर मारी. उनके निजी सहायक और ड्राइवर ने उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया था.
एम्स के डॉक्टरों के मुताबिक जब उन्हें इमरजेंसी में लाया गया तब उनकी सांस नहीं चल रही थी और उनका दिल भी काम नहीं कर रहा था. डॉक्टरों के मुताबिक उनके शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं थी, उन्हें दिल का दौरा पड़ा था.
डॉक्टरों ने उनके दिल की धड़कन फिर शुरू करने की कोशिश की लेकिन वो नाकाम रहे. मुंडे को सुबह सात बजकर बीस मिनट पर मृत घोषित कर दिया गया.
भाजपा नेता नितिन गडकरी ने बताया कि मुंडे के शव को साढ़े बारह बजे दिल्ली में अशोक रोड स्थित भाजपा मुख्यालय ले जाया जाएगा. शाम को उनके पार्थिव शरीर को महाराष्ट्र के बीड ज़िले में उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा जहां बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
गोपीनाथ मुंडे महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के बड़े नेता थे, वो शिवसेना-भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री भी रहे. मुंडे 15वीं लोकसभा में विपक्ष के उपनेता भी थे.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंडे को श्रद्धांजलि दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंडे को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है, “मुंडे एक सच्चे जननेता थे. वो समाज के पिछड़े वर्ग से आते थे. वो ज़मीन से उठकर ऊंचाई तक पहुंचे और जनता की अथक सेवा की.”
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मुंडे का असामयिक निधन देश और महाराष्ट्र की राजनीति के लिए बहुत बड़ी क्षति है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने भी मुंडे के निधन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.