गोधन न्याय योजना: गोबर बेचने वाले को हर दिन 23 रुपये
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में गोबर बेचने वाले किसान को हर दिन 23 रुपये मिल रहे हैं. राज्य सरकार का दावा है कि गोबर बेचने के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव हुआ है.
जुलाई 2020 से छत्तीसगढ़ में शुरु हुई गोधन न्याय योजना को लेकर राज्य सरकार का दावा है कि पिछले 19 महीनों में राज्य सरकार ने 63.89 लाख क्विंटल गोबर की ख़रीदी की है.
नहीं
है "गोधन न्याय योजना"— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) March 14, 2022
इसके बदले में राज्य सरकार ने गोबर बेचने वाले 97 हज़ार किसानो से 2020-21 में 9121.9 लाख रुपये और 2021-22 में 15 फरवरी तक 3653.1 लाख का गोबर क्रय किया गया.
इस तरह गोबर बेचने वालों से अब तक 127.75 करोड़ रुपये का गोबर ख़रीदा गया.
अगर औसत देखें तो इस तरह गोबर बेचने वालों को हर महीने लगभग 693 रुपये और प्रति दिन लगभग 23 रुपये मिले हैं.
दूसरी ओर राज्य सरकार का दावा है कि गोबर बेच कर लोगों ने स्कूटी ख़रीदी तो कहीं कंप्यूटर और टीवी.
सरकार इस योजना को ग्रामीण इलाकों में अर्थव्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक बड़ा क़दम बताती रही है.
हालांकि गोबर ख़रीदी के आंकड़े बताते हैं कि सर्वाधिक शहरी आबादी वाले पांच ज़िलों में ही यह योजना सफल है.
इन ज़िलों में अधिकांश डेयरी उद्योग से जुड़े लोग गोबर की बिक्री कर रहे हैं.