कबाड़ में स्कूली किताब बेचने के मामले में जीएम निलंबित
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में स्कूली किताब को कबाड़ में बेचने के मामले में सरकार ने पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक को निलंबित कर दिया है. राज्य के स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल इन किताबों को पाठ्य पुस्तक निगम छापता और वितरित है.
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने किताबों को कबाड़ में बेचे जाने का मामला उजागर किया था. उन्होंने रायपुर के सिलियारी में कबाड़ में किताब बेचे जाने का वीडियो सामने लाते हुए दावा किया था कि राज्य भर में अलग-अलग जगहों पर किताबें इसी तरह कबाड़ में बेच दी गई हैं.
विकास उपाध्याय ने आरोप लगाया था कि छात्रों को मुफ्त वितरण के बजाय किताबों को कबाड़ियों को बेच कर भारी भ्रष्टाचार किया गया है.
इस मामले में 29 अगस्त को जशपुर में, 31 अगस्त को सरगुजा में, 3 सितंबर को रायगढ़ में और 13 सितंबर को धमतरी में कुल 60 टन से अधिक किताबें बेचे जाने का दावा किया गया था.
इस आरोप के बाद से ही हड़कंप मचा हुआ था.
इसके बाद राज्य सरकार ने अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले को इस घटना की जांच के निर्देश दिए थे.
अब जांच के बाद सरकार ने छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक प्रेम प्रकाश शर्मा को निलंबित कर दिया है.