दिल्ली को स्थिर सरकार दे: मोदी
नई दिल्ली | एजेंसी: प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्लीवासियों से अपील की कि दिल्ली को एक स्थिर सरकार दें. उन्होंने परोक्ष रूप से दिल्ली के पिछले अरविंद केजरीवाल सरकार को सपनों को चूर-चूर करने वाला करार दिया. साथ है प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे दुनिया की नजर दिल्ली चुनाव के नतीजों पर लगी हुई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आम आदमी पार्टी को पीठ में छुरा घोंपने वाला करार दिया और मतदाताओं से कहा कि वे सात फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत से जिताएं. आप पर परोक्ष हमला करते हुए मोदी ने कहा, “लोग एक बार गलती कर सकते हैं, लेकिन बार-बार ऐसा नहीं कर सकते. एक वर्ष पहले दिल्ली के लोगों ने सपनों को वोट दिया था.”
मोदी ने पूर्वी दिल्ली के कड़कड़डूमा में आयोजित एक रैली में कहा, “पिछले वर्ष आपने जिसे वोट दिया, उसने आपके पीठ में छूरा घोंप दिया और आपके सपने चूर-चूर हो गए.”
उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोग विश्वासघाती लोगों को मत नहीं देंगे.”
दिसंबर 2013 के विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में सरकार बनाई थी. 49 दिनों तक सरकार चलाने के बाद उन्होंने जनलोकपाल के मुद्दे पर इस्तीफा दे दिया था.
मोदी के साथ इस दौरान मंच पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी भी मौजूद थीं. उन्होंने दिल्ली की जनता से भाजपा की सरकार बनाने के उद्देश्य से मतदान करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि इससे केंद्र और राज्य दोनों सरकारें एकजुट होकर काम करेंगी.
उन्होंने कहा, “ऐसी सरकार को चुनिए जिनके साथ मैं कंधे से कंधा मिलाकर काम कर सकूं, ताकि आपके जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकूं.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. उन्होंने कहा, “हमें इस बार पूर्ण बहुमत दीजिए.”
मोदी ने कहा कि पूरा विश्व दिल्ली के चुनाव पर नजर गड़ाए हुए है.
प्रधानमंत्री ने कहा, “यदि विश्व के समक्ष भारत को पेश करना हो तो दिल्ली इसके लिए सर्वोत्तम स्थान है. राष्ट्रीय राजधानी की सभी घटनाओं का न केवल देश पर असर होता है, बल्कि पूरी दुनिया पर भी. यह भारत का प्रतिनिधित्व करती है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे से पूरी दुनिया में देश की सकारात्मक छवि बनी है.
मोदी ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ काम किया है. लेकिन उसका कभी राजनीतिकरण नहीं किया.
उन्होंने कहा, “मैं दिल्ली आया हूं क्योंकि आपने मुझे बुलाया है. अगर आप सात सांसद नहीं देते तो मैं दिल्ली नहीं आ पाता. इसीलिए मैं आपके आदेश पर आया हूं.”
उन्होंने कहा, “दिल्ली को एक स्थिर सरकार की जरूरत है. किरण जी दिल्ली को भलीभांति जानती हैं. उनके पास प्रशासनिक अनुभव रहा है. वह दिल्ली को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी.”