देश भर में हड़ताल का व्यापक असर
नई दिल्ली | संवाददाता: 2 सितंबर की हड़ताल के कारण कई राज्यों में बंद सी स्थिति हो गई. देश के 10 केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों ने शुक्रवार को आम हड़ताल का आव्हान् किया था. जिसमें किसी भी तरह के बंद का आव्हान् नहीं किया गया था उसके बावजूद असम, बिहार, हरियाणा, ओडिशा, केरल, त्रिपुरा तथा तेलंगाना में बंद के समान नजारा दिख रहा था. इसके अलावा कर्नाटक तथा मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में भी बंद सी स्थिति उत्पन्न हो गई.
मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा, पंजाब, तेलंगाना, कर्नाटक, असम, ओडिसा, केरल तथा त्रिपुरा में आवागमन ठहर गया था. आंध्रप्रदेश, ओडिशा तथा कर्नाटक में ऑटो सड़कों से गायब रहे.
इसके अलावा आंध्रप्रदेश, असम, दिल्ली-एनसीआर,हरियाणा, ओडिशा, पंजाब, तमिलनाडु,तेलंगाना, उत्तरप्रदेश तथा कर्नाटक के बड़े औद्योगिक क्षेत्र तथा विनिर्माण हब में हड़ताल के कारण सन्नाटा छाया रहा.
वामपंथियों के गढ़ केरल तथा त्रिपुरा में हड़ताल पूरी तरह से बंद में बदल गया था. वहीं, सीटू ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में हड़ताल समर्थकों को मारा-पीटा गया. सीटू के अनुसार उसके बावजूद राजधानी कोलकाता में हड़ताल समर्थकों ने रैलियां निकाली.
ट्रेड यूनियनों के दावे के अनुसार इस हड़ताल में 18 करोड़ के करीब लोगों ने शिरकत की है. इसके अलावा रक्षा उत्पादन, बैंक, परिवहन, बंदरगाह, बिजली, कोयला तथा पेट्रोलियम क्षेत्र में हड़ताल का व्यापक असर रहा है.