अमरीकी विज्ञानी गायत्री परिवार के साथ
हरिद्वार | एजेंसी: अमरीका के एक शीर्ष भौतिक विज्ञानी ने गायत्री परिवार के साथ मिलकर समाज सेवा में योगदान करने का निर्णय लिया है. अमरीकी भौतिक विज्ञानी एवं इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ सिस्टम साइंसेस के अध्यक्ष डॉ. अलेक्जेंडर लैस्जलो अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख अध्यात्मवेत्ता डॉ. प्रणव पण्ड्या से मिलकर एक साझा कार्यक्रम तैयार किया है, जिसके तहत अमरीका के प्रतिष्ठित शिक्षाविद, भौतिकी वैज्ञानिक एवं गायत्री परिवार के वैज्ञानिक, चिकित्सक, अध्यात्मवेत्ता मिलकर परिष्कृत अध्यात्मवाद के विस्तार हेतु कार्य करेंगे.
अलेक्जेंडर ने शुक्रवार को डॉ. प्रणव पण्ड्या से मुलाकात की और इस विषय पर विस्तार से चर्चा की. डॉ. पण्ड्या ने अपने तीन दशकों का अनुभव साझा करते हुए कहा कि विज्ञान व अध्यात्म के समन्वय से ही आज की सारी समस्याओं का समाधान होगा. डॉ. अलेक्जेंडर ने इन विचारों से अपनी सहमति जताई.
अलेक्जेंडर, प्राथमिक शिक्षा तथा उच्च शिक्षा के समन्वित रूप में गायत्री विद्यापीठ को देखकर काफी प्रभावित हुए. उन्होंने देसंविवि में नैतिक मूल्यों के विकास पर आधारित पाठ्यक्रमों की सराहना की और कहा कि आने वाला समय आर्ट साइंस का होगा, जिसका स्वरूप इस परिसर में देखने को मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ प्राचीनतम विधा है, तो दूसरी ओर आधुनिकतम पद्धति. इन दोनों के समन्वय से एक नई विधा का जन्म हो रहा है, जो सुखद है. डॉ. अलेक्जेंडर ने कहा कि किसी कार्य को वैज्ञानिक ²ष्टि से करने पर उसकी महत्ता बढ़ जाती है. इस अवसर पर डॉ. प्रणव पण्ड्या ने उन्हें युगऋषि द्वारा रचित साहित्य भेंट किया.
इससे पूर्व अलेक्जेंडर ने देवसंस्कृति विवि में जनसरोकारों के निमित्त चलाए जा रहे विभिन्न प्रकल्पों को देखा. उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग को उठाने में गायत्री परिवार अद्वितीय कार्य कर रहा है. देसंविवि कंप्यूटर साइंस के प्रवक्ता गोपाल शर्मा एवं अभय सक्सेना ने अलेक्जेंडर को देसंविवि, अध्यात्म विज्ञान के समन्वय में 1979 से शोधरत ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान एवं शांतिकुंज के विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों की जानकारी दी.